मैथन डैम से नजदीक, फिर भी गोविदपुर से पानी दूर
मैथन धनबाद जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर स्थित गोविदपुर का तेजी से विकास हुआ है। यहां नई-नई
मैथन : धनबाद जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर स्थित गोविदपुर का तेजी से विकास हुआ है। यहां नई-नई फैक्ट्रियां व मॉल खुले। रिहायशी कॉलोनियां भी बसी। नया धनबाद अब गोविदपुर की ओर ही शिफ्ट हो रहा है।
इन सबके बीच यहां पानी की भी बड़ी समस्या है। मैथन जलापूर्ति योजना अंतर्गत भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से गोविंदपुर में जलापूर्ति होती है। पाइप लाइन से गोविदपुर पूर्वी व पश्चिमी, अमरपुर और करमाटांड़ पंचायत के 13 क्षेत्रों में पानी पहुंचता है। गोविदपुर में पानी टंकी जर्जर है, इसलिए सप्लाई करने में परेशानी हो रही है। गायडहरा, बीएमपी, तिलकरायडीह, गोविदपुर थाना क्षेत्र में दो दिन पर जलापूर्ति होती है। किसी-किसी इलाके में तीन दिन पर लोगों को पानी मिलता है। भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में गोविदपुर का मोटर पुराना होने से पानी का प्रेशर कम हो गया है। इस कारण भी लोगों को कम पानी मिल पा रहा है। अधिकारियों की उदासीनता से खुदिया जलापूर्ति योजना बंद :
13 साल पहले तक खुदिया जलापूर्ति योजना से गोविदपुर क्षेत्र में जलापूर्ति होती थी। खुदिया नदी से गोविदपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी आता था। यहां से पानी को फिल्टर कर गोविदपुर क्षेत्र में जलापूर्ति की जाती थी। वर्ष 2007 में भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से गोविदपुर में जलापूर्ति शुरू हुई। इसके बाद विभाग ने खुदिया जलापूर्ति योजना के रख-रखाव पर ध्यान देना छोड़ दिया। नतीजन यह वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद हो गया। अब केवल इसका ढांचा ही बचा है। निरसा-गोविदपुर जलापूर्ति योजना में अभी एक साल विलंब :
मैथन डैम से जलापूर्ति के लिए निरसा-गोविदपुर जलापूर्ति योजना पर काम चल रहा है। जलापूर्ति के लिए गोविदपुर स्थित पेयजल विभाग परिसर में बड़ा पानी टंकी का निर्माण किया जा रहा है। हालांकि इसे बनने में कम से कम एक साल लगेगा। इसके बन जाने से गोविंदपुर में पानी की समस्या समाप्त हो जाने की संभावना है। पानी की समस्या पर लोगों के बोल :
गोविदपुर में पानी की घोर समस्या है। लोगों को तीन-चार दिन पर पानी मिल रहा है। इसके लिए उपायुक्त व कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखा गया है। बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।
अनूप कुमार साहू, गोविदपुर घर में पानी कनेक्शन करा चुका हूं, लेकिन पांच साल से पानी नहीं आ रहा। शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पेयजल विभाग लो प्रेशर का रोना रोता है। खरीद के पानी पीने को मजबूर हैं।
ओम प्रकाश बजाज, गोविदपुर