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जलमग्न हुई पुटकी-बलिहारी भूमिगत खदान, मजदूरों के अंदर जान पर रोक Dhanbad News

प्रबंधन के मुताबिक खदान में प्रति घंटा साढ़े छहसेंटीमीटर की रफ्तार से लगातार पानी बढ़ रहा है।

By MritunjayEdited By: Published: Wed, 13 Nov 2019 02:25 PM (IST)Updated: Wed, 13 Nov 2019 02:25 PM (IST)
जलमग्न हुई पुटकी-बलिहारी भूमिगत खदान, मजदूरों के अंदर जान पर रोक Dhanbad News

पुटकी, जेएनएन। पुटकी-बलिहारी क्षेत्र के एक बाद एक खदानों में पानी भरने का सिलसिला जारी है। BCCL की महत्वपूर्ण भूमिगत खदानों में से एक पुटकी-बलिहारी परियोजना खदान भी पानी की भेंट चढ़ गया है। मंगलवार की देर रात खदान के दो नंबर पिट में की जा रही बिजली आपूर्ति को प्रबंधन के आदेश पर बंद कर दिया गया। रात्रि पाली से खदान में मजदूरों के जाने पर रोक लगा दी गई है।

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खदान में पानी बढऩे का सिलसिला 23 सितंबर 2019 को प्रारंभ हुआ। लगातार बढ़ते जल स्तर के कारण सोमवार की रात ज्योंही खदान में चल रहे पंप को छूने को पहुंचने को आने लगा तभी प्रबंधन के आदेश पर सुरक्षा के लिहाज से द्वितीय पाली में पंपिंग में लगे सभी 22 मजदूरों को ऊपर उठा लिया गया। इनमें पंप ऑपरेटर, खलासी, इलेक्ट्रिकल फीटर, फोरमैन व अन्य शामिल थे। रात्रि पाली से मजदूरों को खदान में जाने पर रोक लगा दी गई है।

प्रति घंटे 6.6 सेंटीमीटर बढ़ रहा जल स्तर : प्रबंधन के मुताबिक खदान में प्रति घंटा साढ़े छहसेंटीमीटर की रफ्तार से लगातार पानी बढ़ रहा है। खदान में बढ़ते जल स्तर को देखते हुए प्रबंधन द्वारा पिछले एक सप्ताह पूर्व से खदान में लगे भारी मशीनों व अन्य बिजली के उपकरणों खोलकर ऊपर उठाने का काम किया जा रहा था। इसके कारण काफी हद तक सामानों को ऊपर उठा लिया गया था।

पुटकी-बलिहारी परियोजना में कुल 635 मैन पावर हैंः बताया जाता है कि पुटकी बलिहारी परियोजना के दो नंबर पिट खदान में 23 सितंबर 2019 को खदान में पानी आने के बाद से ही यहां उत्पादन प्रभावित है। खदान से सिर्फ पानी निकासी का काम एचटी पंप द्वारा किया जा रहा था। मंगलवार की देर रात द्वितीय पाली में खदान में पंप के समीप तक पहुंचने के पूर्व पंपिंग में लगे सभी 22 मजदूरों को सकुशल ऊपर उठा लिया गया। बता दें कि पिछले 23 सितंबर को एकाएक पुटकी बलिहारी खदान में पानी भर जाने से नौ लोग खदान में फंस गए थे जिन्हें काफी मशक्कत के बाद एक नंबर पिट से सुरक्षित निकाला गया था।

  • क्षेत्र की जलमग्न खदानें 
  1. 29 अक्टूबर को भागाबांध कोलियरी के अरलगडिय़ा छह नंबर पिट (यहां सिर्फ पंपिंग का काम होता था) बंद किया गया।
  2. भागाबांध कोलियरी तीन नंबर पिट नौ नवंबर को पानी में डूबा।
  3. इसके पूर्व साउथ बलिहारी खदान में भी जल स्तर बढ़ा था यहां काम अभी जारी है।

पुटकी बलिहारी परियोजना खदान को पानी बढऩे के कारण बंद किया गया है। इसे छह महीने के भीतर सामान्य स्थिति कर दिया जाएगा। आउटसोर्सिंग पैच एवं आसपास के खदानों की पंपिंग ठप हो जाने तथा सबसे डीप खदान होने के कारण जल स्तर बढ़ा है। वाटर मोनेटरिंग प्रोग्राम के तहत खदानों को खतरा रहित बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

-वीके गोयल, महाप्रबंधक, पुटकी बलिहारी क्षेत्र, बीसीसीएल


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