Corona Third Wave: वायरल संक्रमण की चपेट में कोयलांचल, अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी
मौसम बदलने के साथ ही कोयलांचल में वा.रल फीवर का कहर शुरू हो गया है। हर घर में लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। बुखार के साथ सर्दी-खांसी से लोग ग्रसित हो रहे हैं। एसएनएमएमसीएच के ओपीडी में वारयल फीवर के मरीज सबसे ज्यादा आ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, धनबाद: मौसम बदलने के साथ ही कोयलांचल में वायरल फीवर का कहर शुरू हो गया है। हर घर में लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। बुखार के साथ सर्दी-खांसी से लोग ग्रसित हो रहे हैं। एसएनएमएमसीएच के ओपीडी में वारयल फीवर के मरीज सबसे ज्यादा आ रहे हैं। जून में मेसिडिन ओपीडी में 100 के आसपास मरीज आ रहे हैं। अब इसकी संख्या बढ़कर 200 के आसपास हो गई है। इसमें 80 फीसदी मरीज वायरल संक्रमण के लक्षण के साथ अस्पताल आ रहे हैं। मेसिडिन विभागाध्यक्ष डा. यूके ओझा ने बताया कि मौसम में बदलाव के कारण वायरल संक्रमण बढ़ रहा है। ऐसे मरीज को परामर्श दिए जा रहे हैं। बड़ों के साथ बच्चों में भी वा.रल संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
ओपीडी में आने वालों की हो रही कोरोना जांच
अस्पताल के ओपीडी में आने वाले मरीजों की पहले कोरोना जांच से गुजरना पड़ रहा है। जांच के बाद मरीजों को ओपीडी में जाने की अनुमति दी जा रही है। हालांकि वायरल फीवर से संक्रमित मरीजों की रिपोर्ट नगेटिव आ रही है। ऐसे में वायरल से संबंधित दवाएं उन्हें दी जा रही है। पहले की तुलना में ओपीडी में मरीजों की संख्या 700 के आसपास हो रही है। जून में यह संख्या 300 के आसपास थी।
शिशु रोग विभाग में भी बच्चों की संख्या बढ़ी
शिशु रोग विभाग में भी बच्चों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बच्चों में बुखार, सर्दी, खांसी सहित अन्य के लक्षण पाए जा रहे हैं। चिकित्सक बच्चों को पारासिटामोल सहित अन्य आवश्यक दवाएं परामर्श कर रहे हैं। विभाग के डा.अविनाश कुमार ने बताया कि बच्चों को स्वच्छ वातावरण में रखना जरूरी है। घर में यदि कोई बीमार है तो ऐसे व्यक्ति के संपर्क में बच्चों को आने नहीं दे।
इन बातों का रखें ख्याल
गरम पानी का सेवन करें
ताजा व गरम खाना की खाएं
बासी खाना से परहेज करें
बरसात के पानी में नहीं भीगें
बाहर निकलते वक्त मास्क का प्रयोग जरूर करें
बीमार लोगों के संपर्क में बच्चों को नहीं आने दें
बच्चों में लक्षण आने के बाद चिकित्सक से जरूर सलाह लें
साफ व स्वच्छ वातावरण में रहें