Move to Jagran APP

बगैर पुनर्वास हटाने पर एमपीएल के खिलाफ प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, निरसा : बगैर पुनर्वास किए व मुआवजा दिए बिना पालूडीह तेलफेला टोले के 80 आदिवासी परिवारो

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Jul 2021 07:20 PM (IST)Updated: Sat, 17 Jul 2021 07:20 PM (IST)
बगैर पुनर्वास हटाने पर एमपीएल के खिलाफ प्रदर्शन
बगैर पुनर्वास हटाने पर एमपीएल के खिलाफ प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, निरसा : बगैर पुनर्वास किए व मुआवजा दिए बिना पालूडीह तेलफेला टोले के 80 आदिवासी परिवारों को हटाए जाने का एमपीएल विस्थापित व स्थानीय समिति ने विरोध जताया है। तेलफेला टोला निवासियों ने शनिवार को एमपीएल विस्थापित व स्थानीय समिति के बैनर तले अशोक मंडल के नेतृत्व में जुलूस निकाल कर एमपीएल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया।

loksabha election banner

अशोक मंडल ने कहा कि जब तक तेलफेला के 80 आदिवासी परिवारों के पुनर्वास का प्रबंध व मुआवजे का भुगतान नहीं हो जाता तब तक बस्ती को खाली नहीं करने दिया जाएगा। विस्थापित व स्थानीय लोगों के सहयोग से बगैर चारदीवारी निर्माण के ही एमपीएल ने बिजली उत्पादन शुरू किया था। तब विस्थापितों के पुनर्वास व मुआवजे का भुगतान करने का करार हुआ था। अब प्रबंधन आदिवासियों से उनकी जमीन का कागजात मांग रहा है। जिनके पास जमीन के कागजात नहीं है उन्हें जबरन जगह व मकान खाली करने को कहा जा रहा है। एमपीएल प्लांट चालू हुए 10 वर्ष से ऊपर हो गए। बावजूद अभी भी 300 विस्थापितों को नियोजन नहीं दिया गया है। पहले एमपीएल प्रबंधन इकरारनामा की सारी शर्तों को पूरा कर उसे धरातल पर उतारे। जो लोग अपनी जमीन देकर प्लांट चालू करवा सकते हैं, वो परेशान होने पर प्लांट को बंद भी करवा सकते हैं। अशोक मंडल ने कहा कि डीवीसी के निर्माण के समय तेलफेला के लोग विस्थापित हुए थे, लेकिन ना तो डीवीसी प्रबंधन द्वारा मुआवजा दिया गया और ना ही नौकरी। इसके अलावा 80 परिवारों को तेलफेला में बसाया गया था, लेकिन इन लोगों को आज तक डीवीसी प्रबंधन द्वारा जमीन का पट्टा व किसी प्रकार का कोई कागजात नहीं दिया गया। इसको लेकर लगातार आंदोलन भी किया जा रहा है। अब एमसीएल प्रबंधन भी इन्हें बगैर पुनर्वास किए एवं मुआवजा दिए ही विस्थापित करना चाहता है। यह कहीं से भी न्यायोचित नहीं है। जब तक 80 आदिवासी परिवारों के पुनर्वास व मुआवजे की व्यवस्था नहीं होती तब तक यहां पर किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं होने दिया जाएगा। यह मामला जिला प्रशासन व मुख्यमंत्री तक जाएगा।

मौके पर कामाख्या चौधरी, बगाल मरांडी, चंडी तिवारी, साधु बाउरी, किशोर हांसदा, सपन लोहार, बिनोद सोरेन, शीतल बास्की, मुंशी टुडू, बिनोद मरांडी, अंजलि लोहार, शांति लोहार, उपासी लोहार, लंकेश्वर लोहार, दुलाली हेंब्रम, रूपाली हेम्ब्रम, चम्पा देवी, उषा लोहार, गुड़ी लोहार आदि मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.