खेल मंत्री ने किया निराश तो समाज का मिला साथ, अब Compound Bow से लक्ष्य साधेगी सिमरन Dhanbad News
जियलगोरा बरारी मोड़ के समीप रहनेवाले कोलकर्मी वासुदेव महतो की बेटी सिमरन वर्ष 2014 से टाटा स्टील के फीडर सेंटर में तीरंदाजी कोच शमशाद के निर्देशन पर ओलंपिक की तैयारी में जुटी है।
जामाडोबा, जेएनएन। ओलंपिक में भाग लेने के लिए कड़ी मेहनत पसीना बहा रही धनुर्धर जियलगोरा निवासी सिमरन लता(16) को सपने पूरा करने के लिए सोमवार को चंदनकियारी के नयावन पंचायत के मुखिया हरिपद राय ने उनके पैतृक गांव डिबारदा पहुंचकर कम्पाउंड धनुष सौंपा। अब सिमरन के अरमान बुलंदी छूने को है।
जियलगोरा बरारी मोड़ के समीप रहनेवाले कोलकर्मी वासुदेव महतो की बेटी सिमरन वर्ष 2014 से टाटा स्टील के फीडर सेंटर में तीरंदाजी कोच शमशाद के निर्देशन पर ओलंपिक की तैयारी में जुटी है। वर्ष 2017 में मणिपुर इंफाल में 63 वां राष्ट्रीय एसडीएफआइ में गोल्ड मेडल, मध्य प्रदेश 62 वां राष्ट्रीय प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल सहित कई पुरस्कार जीत चुकी सिमरन डीएवी स्कूल बनियाहीर की दसवीं कक्षा की छात्रा है। अब तक सिमरन ग्राउंड में दूसरे के धनुष से प्रैक्टिस किया करती थी। उसके पास अपना कम्पाउंड नहीं था। ऐसे में उसने राज्य के खेलमंत्री अमर बाउरी से कई बार धनुष की मांग की थी। मगर उसे निराशा ही हाथ लगी। धनुष देने के समय सिमरन की मां गृहिणी मंजूलता, पिता व अन्य परिजन थे। कम्पाउंड मिलने के बाद सिमरन ने खुशी जाहिर की है। सोमवार को डिगवाडीह ग्राउंड में भी तीरंदाजी के खिलाडिय़ों ने सिमरन को बधाई दी है।