झरिया कॉलेज भवन निर्माण का कुलपति ने किया निरीक्षण; खेलकूद-सांस्कृतिक माहौल उपलब्ध कराने का होगा प्रयास Dhanbad News
कुलपति ने कहा कि झरिया कॉलेज के अस्तित्व में आते ही यहां के छात्र-छात्राओं की मुश्किलें कम हो जाएंगी। यहां शैक्षणिक खेलकूद सांस्कृतिक माहौल उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
धनबाद, जेएनएन। जिले के जामाडोबा में निर्माणाधीन झरिया कॉलेज की प्रगति देखने के लिए मंगलवार को बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव पहुंचे। इस दौरान उनके साथ परीक्षा नियंत्रक डॉ. सत्यजीत सिंह, आरएसपी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जेएन सिंह समेत अन्य उपस्थित थे। निर्माण कार्य का जायजा लेने के बाद कुलपति डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने संतोष जताया।
कुलपति ने कहा कि झरिया कॉलेज के अस्तित्व में आते ही यहां के छात्र-छात्राओं की मुश्किलें कम हो जाएंगी। इस कॉलेज में काफी जगह है। पूरी तरह से शैक्षणिक, खेलकूद, सांस्कृतिक माहौल उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के आदेश पर झरिया के अलावा टुंडी और गोमिया में भी नया कॉलेज बन रहा है। उन्होंने कहा कि उन कॉलेजों का भी निरीक्षण किया जाएगा।
कॉलेजों के निर्माण स्थल की जानकारी नहीं : बीबीएमकेयू के तहत 47.31 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे तीन नए डिग्री कॉलेजों के निर्माण स्थल की जानकारी विश्वविद्यालय प्रबंधन को नहीं है। हालांकि, अब इनके निर्माण की प्रगति को लेकर विश्वविद्यालय रेस हुई है। पहले चरण में मंगलवार को झरिया में कॉलेज निर्माण स्थल का पता आरएसपी कॉलेज प्राचार्य डॉ. जेएन सिंह के माध्यम से पता लगाया गया और उसके बाद कुलपति वहां निरीक्षण के लिए पहुंचे। इन कॉलेजों के निर्माण को करोड़ों रुपये विश्विविद्यालय के खाते में आ चुके हैं। टुंडी के लिए आठ करोड़ और झरिया के कॉलेज के लिए तीन करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
निमार्णाधीन स्थल की जानकारी निर्माण कार्य कर रही एजेंसी के माध्यम से प्राप्त कर इनकी प्रगति की जांच की जा रही है। राशि का आवंटन विश्वविद्यालय की ओर से कर दिया गया है। - डॉ दिलीप गिरि, सीसीडीसी, बीबीएमकेयू।
दो केंद्रों पर होगी पीजी की परीक्षा : दो जुलाई से परीक्षा आयोजित करने की तैयारियों में जुटे बीबीएमकेयू प्रबंधन ने पीजी परीक्षा को लेकर दो केंद्रों का चयन किया है। यह परीक्षा एसएसएलएनटी और लॉ कॉलेज में होगी। परीक्षा नियंत्रक डॉ. सत्यजीत सिंह ने बताया कि परीक्षा के दौरान शारीरिक दूरी के नियम का पालन सुनिश्चित कराने को लेकर पीजी की परीक्षा दो केंद्रों पर आयोजित करना निर्धारित की गई है।