Sakshi Maharaj MP Unnao: साक्षी महाराज ने झारखंड सरकार के इशारे पर क्वारंटाइन करने का जड़ा आरोप, गिरिडीह के उपायुक्त ने दी यह सफाई
Sakshi Maharaj MP Unnao साक्षी महाराज गिरिडीह के शांति भवन में 97 वर्षीय बीमार गुरु मां से मिलने के लिए शनिवार को आए थे। गुरु मां से मिलने के बाद वे गिरिडीह से धनबाद जा रहे थे।
गिरिडीह, जेएनएन। Sakshi Maharaj MP Unnao उत्तर प्रदेश के उन्नाव लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद साक्षी महाराज ने झारखंड सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गिरिडीह जिला प्रशासन द्वारा 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किए जाने के बाद साक्षी महाराज ने कहा है कि राजनीतिक कारणों से उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। झारखंड सरकार के इशारे पर गिरिडीह प्रशासन ने उन्हें क्वारंटाइन किया है। इस पर गिरिडीह के उपायुक्त राहुल राहुल कुमार सिन्हा ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड को रोकने के लिए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार साक्षी महाराज को क्वारंटाइन किया किया गया है। सांसद ने छूट की मांग की है। विचार किया जा रहा है।
क्या है मामला
भाजपा सांसद साक्षी महाराज को गिरिडीह जिला प्रशासन ने शनिवार को पकड़कर 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया। यह कार्रवाई उस समय की गई जब सांसद गिरिडीह से नई दिल्ली जाने के लिए धनबाद से ट्रेन पकड़ने के लिए निकले थे। गिरिडीह की एसडीएम प्रेरणा दीक्षित ने पीछा कर पीरटांड में सांसद को पकड़ा। सांसद ने क्वारंटाइन से बचने के लिए गिरिडीह के उपायुक्त से फोन पर बात की। यूपी के मुख्य सचिव से भी बात की। इसके बावजूद गिरिडीह जिला प्रशासन ने नरमी नहीं दिखाई। उन्हें गिरिडीह के शांंति भवन आश्रम में 14 दिनों के लिए क्वांराटइन कर दिया। बाद में साक्षी महाराज एवं उनके साथ आए सभी लोगों की कोराना जांच कराई गई।
97 वर्षीय बीमार गुरु मां से मिलने आए थे साक्षी महाराज
साक्षी महाराज गिरिडीह के शांति भवन में 97 वर्षीय बीमार गुरु मां से मिलने के लिए शनिवार को आए थे। गुरु मां से मिलने के बाद वे गिरिडीह से धनबाद जा रहे थे। पीरटांड़ के पास गिरिडीह जिला प्रशासन ने रोक दिया। इसके बाद उन्हें वहां से वापस लाकर शांति भवन गिरिडीह में क्वारंटाइन कर दिया गया। बाद में साक्षी महाराज एवं उनके साथ आए सभी लोगों की कोराना जांच कराई गई। रोकने एवं क्वारंटाइन करने का साक्षी महाराज ने विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि वे यहां बीमार गुरु मां को देखने आए थे। साक्षी महाराज ने बाद में यहां से दिल्ली जाने के लिए सरकार से अनुमति मांगी है। इस पर अभी निर्णय नहीं हो सका है। इधर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने फोन पर साक्षी महाराज से बात की। उनके निर्देश पर गिरिडीह के पूर्व विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी ने साक्षी महाराज से मुलाकात की।
सांसद द्वारा गिरिडीह जिला प्रशासन को आगमन की दी गई थी सूचना
साक्षी महाराज ने बताया कि उन्होंने आगमन की सूचना गिरिडीह जिला प्रशासन को दी थी। गिरिडीह के डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने इस पर कहा था कि एक राज्य से दूसरे राज्य आने-जाने पर रोक नहीं है। उनका यहां स्वागत है लेकिन राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत उनहें यहां 14 दिन क्वारंटाइन रहना होगा। साक्षी महाराज जब गिरिडीह पहुंचे तो उपायुक्त ने उनसे बात की। उन्हें क्वारंटाइन रहने कहा। साक्षी महाराज को यहां शाम साढ़े चार बजे तक रूकना था। यहां से उनका धनबाद जाने का कार्यक्रम था। उपायुक्त से बात होने के बाद साक्षी महाराज दोपहर करीब बारह बजे धनबाद के लिए निकल गए। जैसे ही उनकी गाड़ी गिरिडीह से पीरटांड़ थाना के समक्ष पहुंची, पीरटांड़ पुलिस ने वहां उनकी गाड़ी रोक दी। एसडीएम प्रेरणा दीक्षित भी तब तक उनके पीछे-पीछे गिरिडीह से वहां पहुंच गईं। एसडीओ ने सरकार के दिशा-निर्देश के अनुसार उनसे 14 दिन क्वारंटाइन रहने को कहा। एसडीओ ने कहा कि दूसरे राज्य से आने वाले किसी भी व्यक्ति को झारखंड में 14 दिन क्वारंटाइन रखने का निर्देश है। साक्षी महाराज ने इस पर आपत्ति जताई।
मैं यहां कोई राजनीतिक कार्यक्रम करने नहीं आया था। अपने आश्रम की 97 साल की बीमार गुरु मां को देखने आया था। इसकी सूचना भी गिरिडीह के डीसी को दी थी। हवाई या ट्रेन यात्रा भी नहीं की है। लोकसभा के सत्र में भाग लेने जाना है। इसका टिकट भी है। इसके बावजूद प्रशासन ने रोककर क्वारंटाइन कर दिया। सरकार के इशारे पर ऐसा किया गया है।
-साक्षी महाराज, सांसद उन्नाव
सांसद को पहले ही बता दिया गया था कि यहां आपका स्वागत है। लेकिन प्रोटोकॉल के तहत यहां 14 दिन क्वारंटाइन रहना होगा। राज्य सरकार का निर्देश है कि दूसरे राज्य से कोई भी आ सकता है लेकिन इसकी सूचना देनी होगी और 14 दिन क्वारंटाइन रहना होगा। सांसद को यह संदेश रिसीव भी करा लिया गया था। सांसद ने छूट के लिए सरकार से अनुमति मांगी है। इस पर विचार कर निर्णय लिया जाएगा।
-राहुल कुमार सिन्हा, उपायुक्त गिरिडीह