सरकारी राशि का दुरुपयोग देखना है तो चले आए यहां; प्रकृति की गोद में सैलानियों के लिए शौचालय तो बना, पर पानी देना भूल गए Dhanbad News
प्रकृति की गोद में बसे तोपचांची झील की मनोरम दृश्य का आनंद लेने बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं। इनके लिए करीब 28 लाख की लागत से दो यूनिट शौचालय का निर्माण करवाया गया था।
धनबाद, जेएनएन। सरकारी राशि का दुरुपयोग अगर देखना है तो आप तोपचांची प्रखंड चले आएं। लाखों की लागत से झील और प्रखंड कार्यालय में बना शौचालय दिखावे की वस्तु बनकर रह गया है। प्रकृति की गोद में बसे तोपचांची झील की मनोरम दृश्य का आनंद लेने सैलानी बड़ी संख्या में आते हैं। इन्हें परेशानी से निजात दिलाने को लेकर झील में करीब 28 लाख की लागत से दो यूनिट शौचालय का निर्माण करवाया गया था। निर्माण कार्य के पूर्ण होने के बावजूद शौचालय में पानी की व्यवस्था नहीं होने के कारण लगभग एक साल से शौचालय में ताला लटका हुआ है।
लोगों ने बताया कि निर्माण कार्य के बाद पानी के लिए बोरिंग करवाई गई थी, लेकिन बोरिंग सफल नहीं हुई। पानी की सुविधा नहीं रहने के कारण माडा ने भी शौचालय को लेने से इंकार कर दिया। झील में शौचालय की व्यवस्था नहीं होने के कारण यहां आने वाले सैलानियों को काफी दिक्कत होती थी। इसे देखते हुए 2018 में तत्कालीन सांसद रविन्द्र कुमार पांडे और विधायक राजकिशोर महतो की पहल पर जिला अनाबद्ध योजना के तहत दो यूनिट महिला और पुरुष शौचालय के निर्माण करवाया गया।
निर्माण कार्य के एक वर्ष बीत जाने के बावजूद शौचालय को प्रयोग में नहीं लाया जा सका। आज भी इसमें ताला लटका हुआ है। जगह-जगह झाड़ियां उग आई हैं। प्रखंड कार्यालय आने वाले लोगों को परेशानी से निजात दिलाने के उद्देश्य से शौचालय का निर्माण करवाया गया था, लेकिन यहां भी निर्माण कार्य पूर्ण होने के बावजूद शौचालय में ताला लटका है। प्रखंड कार्यालय में बने शौचालय के बंद रहने की सवाल पर वीडियो केके बेसरा ने कहा कि सफाई कर्मी की व्यवस्था नहीं रहने कारण शौचालय बन्द है। जिस उद्देश्य से झील और प्रखंड कार्यालय में शौचालय का निर्माण हुआ था, वह आज भी अधूरा है।
शौचालय में पानी की व्यवस्था नहीं है। इस कारण शौचालय हैंडओवर नहीं लिया। पानी की व्यवस्था करके दिया जाए, तभी हमलोग शौचालय लेंगे। निर्माण के बाद शौचालय की टंकी में पानी भरकर शौचालय देने की प्रयास किया गया था। जिसे हमलोगों ने लेने से इंकार कर दिया था। पानी नहीं रहेगा तो शौचालय की साफ सफाई कैसे होगी। - पंकज कुमार झा, एसडीओ माडा।