Covid-19: ओडिसा से ईवीएम लेकर लौटे दो दंडाधिकारी व डेढ़ दर्जन पुलिसकर्मी होम क्वारंटाइन पर, सिपाही की सर्दी ने बढ़ाई चिंता
टीम में शामिल एक सिपाही को अचानक सर्दी हुई। तभी दंडाधिकारी ने इसकी सूचना धनबाद के उपायुक्त को दी। उपायुक्त के निर्देश पर तत्काल टीम की स्वास्थ्य जांच कराई गई।
धनबाद, जेएनएन। कोरोना वायरस से लड़ाई लडने वाले जिला के दो दंडाधिकारी समेत डेढ़ दर्जन पुलिसकर्मी पिछले 11 दिनों से क्वारंटाइन है। लॉकडाउन से पूर्व जब निगम चुनाव की तैयारी चल रही थी। उसी दौरान 19 मार्च को धनबाद से दो दंडाधिकारी के साथ तकरीबन 40 पुलिसकर्मियों की पांच अलग-अलग टीम बनाकर ईवीएम लाने ओडिसा भेजा गया था। एक टीम में दंडाधिकारी के साथप्रखंड के दो कर्मी एक हवलदार, चार सिपाही, एक पदाधिकारी को शामिल किया गया था। पांच ट्रक तथा दो स्कॉर्पियो लेकर पुलिस प्रशासन के पदाधिकारी ओडिसा गए थे।
ओडिसा में अलग-अलग जगहों से ईवीएम उठाना था। हालांकि लॉक डाउन से पूर्व ही ओडिसा में कोरोना वायरस ने पांव जमाना शुरू कर दिया था। दो टीम ईवीएम के लिए ओडिसा के कालाहांडी गई थी। दोनों टीम का नेतृत्व दंडाधिकारी कर रहे थे टीम में एएसआइ स्तर के दो पदाधिकारी भी थे। एक टीम में शामिल एक सिपाही को अचानक सर्दी तथा गला भारी लगने लगा। तभी दंडाधिकारी ने इसकी सूचना धनबाद के उपायुक्त को दी। उपायुक्त के निर्देश पर तत्काल टीम को स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराया गया। जहां चिकित्सकों ने जांच के दौरान दोनों टीम के सभी सदस्यों को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया है। फिलहाल सभी पुलिसकर्मी 11 दिनों से पुलिस लाइन में क्वांरटाइन है।
26 मार्च को ईवीएम लेकर ओडिसा से पुलिसकर्मियों की टीम धनबाद आइ थी, उसी दिन से सभी को पुलिस लाइन में सुरक्षित रखा गया है। जबकि दंडाधिकारी को उनके घर में 14 दिनों तक क्वांरटाइन किया गया है। जिस ट्रक से इवीएम लाया गया था उसके चालक तथा खलासी भी अपने-अपने घरों में क्वारंटाइन हैैं। इसके अलावा स्कॉर्पियो चालक को भी क्वांरटाइन रहने के लिए कहा गया है।
दो दिन पूर्व ही बिहार पटना से लौटे हैैं दर्जनों पुलिसकर्मी
बिहार में भी कोरोना वायरस की चपेट में कई लोग संक्रमित हुए हैैं। यही कारण है कि झारखंड बिहार, बंगाल की सीमा को भी सील किया गया है। कोई व्यक्ति बिहार नहीं जा सकता है। ऐसे स्थिति में रविवार को ही जिला से तकरीबन दो दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी पटना से धनबाद लौटे हैैं। हालांकि सभी पुलिसकर्मी आवश्यक ड्यूटी में बिहार गए थे। आरबीआइ से नकद राशि धनबाद लाने के लिए निजी गाड़ी से बैैंक पदाधिकारियों का एस्कॉर्ट पार्टी बनकर गए थे। हालांकि सुरक्षा का सभी मापदंड को ख्याल रखा गया था, जिस कारण से उन्हें क्वांरटाइन नहीं किया गया।