Flood In Sahibganj: गंगा में आई बाढ़ से साहिबगंज में अब तक 2.71 लाख लोग प्रभावित, ममद के लिए रांची से नहीं मिली राशि
बाढ़ राहत मद में जिले को अब तक किसी प्रकार की राशि नहीं मिली है। फिलहाल डीएमएफटी के फंड से उधार लेकर काम चलाया जा रहा है। उपायुक्त रामनिवास यादव ने बताया कि तीन करोड़ रुपये की मांग की गई है। राशि अभी नहीं मिली है।
जागरण संवाददाता, साहिबगंज। साहिबगंज में गंगा में आई बाढ़ से कुल 270628 लोग प्रभावित हुए हैं। 16 पंचायत पूर्ण तो 33 पंचायत आंशिक रूप से प्रभावित है। कुल 119 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। शहरी क्षेत्र में नगर परिषद साहिबगंज के 14 एवं राजमहल के छह वार्ड के लोग प्रभावित हुए हैं। क्षेत्रफल की दूष्टिकोण से जिले का 280.19 स्क्वायर किलोमीटर क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित हुआ है। इनमें लगभग 53000 परिवार रहते हैं। वर्तमान में जिले में 11 राहत शिविर चल रहे हैं। इसमें लोगों के रहने व खाने की व्यवस्था की गई है। यह जानकारी सोमवार को उपायुक्त रामनिवास यादव ने दी। उन्होंने बताया कि प्रभावित परिवारों तक पहुंचकर जिला प्रशासन आवश्यक राहत सामग्री पहुंचा रहा है। अब तक 35000 परिवारों तक राहत सामग्री पहुंचायी गई है।
प्रभावित के बीच पहुंचाई जा रही राहत
प्रभावित लोगों के बीच 4982.25 क्विंटल चावल, 685.925 क्विंटल दाल, 1906.05 क्विंटल चूड़ा, 129.65 क्विंटल सत्तू, 190.44 क्विंटल गुड़, 113.50 क्विंटल चीनी, 20534 पैकेट नमक, 26934 पैकेट मोमबत्ती एवं माचिस, 8000 प्लास्टिक के तिरपाल, 484 प्लास्टिक शीट, 422 किलो कैरी बैग का वितरण किया गया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में दूध की मांग को देखते हुए 1000 सुधा दूध के पैकेट का वितरण किया गया है। शहरी एवं दियारा क्षेत्रों में 30,000 पानी के पाउच बांटे गए हैं। बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण परेशानी को देखते हुए 500 पीस सोलर लाइट का वितरण किया गया है।
दो साल तक के 16617 बच्चे प्रभावित
दो साल तक के 16617 बच्चों के लिए 200 ग्राम के अमूल स्प्रे दूध का डिब्बा सेविका सहायिका के माध्यम से प्रभावित इलाकों में वितरित किया गया। जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में पशुओं की सुरक्षा के लिए पशु राहत शिविर बनाए हैं। दियारा क्षेत्रों में पशु चारा एवं दवा वितरित किया भी किया जा रहा है। नाव में पशु चिकित्सकों को प्रतिनियुक्त किया गया है जो पशुओं को जांच कर रहे हैं। जिले में अब तक 240 क्विंटल पशु चारा वितरित किया जा चुका है। पांच पशु राहत शिविर चल रहे हैं। इसमें पशुओं के रहने की व्यवस्था, जांच च उनके चारे की व्यवस्था की गई है। पशु चिकित्सक भी प्रतिनियुक्त हैं।
राहत में 58 बोट कर रहे कार्य
राहत सामग्री वितरण के उद्देश्य एवं लोगों तक मदद पहुंचाने उन्हें सुरक्षित स्थल पर ले जाने आदि के लिए फिलहाल 58 बोट कार्य कर रहे हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में मेडिकल सुविधा पहुंचाने के लिए मेडिकल टीम द्वारा तत्परता से कार्य किया जा रहा है। नाव के माध्यम से जाकर स्वास्थ्य कर्मी लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं। 24 मेडिकल कैंप में 24 मेडिकल टीम बनाई गई है। 19 वोट एंबुलेंस चलाई जा रही है। अभी तक घर घर जाकर 30000 लोगों का स्वास्थ्य जांच की गई। 900 पुरुष एवं 519 महिलाओं के बीच दवा वितरण किया गया है। पानी निकल रहे स्थानों पर आज से ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है। इस अवसर पर अपर समाहर्ता अनुज कुमार प्रसाद, सिविल सर्जन डा. अरविंद कुमार आदि थे।
जिला प्रशासन ने फिलहाल मांगे तीन करोड़
बाढ़ राहत मद में जिले को अब तक किसी प्रकार की राशि नहीं मिली है। फिलहाल डीएमएफटी के फंड से उधार लेकर काम चलाया जा रहा है। उपायुक्त रामनिवास यादव ने बताया कि तीन करोड़ रुपये की मांग की गई है। राशि अभी नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि बाढ़ के नियंत्रण में आने के बाद क्षति का आकलन कर राशि की मांग की जाएगी। उधर, जानकारों की मानें तो मंगलवार को होनेवाली कैबिनेट की बैठक में साहिबगंज के लिए पैकेज की घोषणा की जा सकती है।