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खाद्यान्न का उठाव करने वाले ट्रकों का भाड़ा तीन माह से लंबित, मालिक और चालक गए हड़ताल पर Dhanbad News

तीन महीने का भाड़ा भी ठेकेदार संजय सिंह के पास बकाया है। जिसे देने में वइ आनाकानी कर रहा है। इससे उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है। ऐसे में हमारे पास हड़ताल करने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह गया था। मजबूरन हमें ये कदम उठाना पड़ा।

By MritunjayEdited By: Published: Tue, 15 Jun 2021 09:09 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jun 2021 09:09 AM (IST)
ट्रक मालिक और चालक हड़ताल पर ( प्रतीकात्मक फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। सरकारी याेजनाओं के अनाज ढुलाई में लगे ट्रक मालिकों ओर चालकों ने अपनी दो सूत्री मांगों को लेकर माल का उठाव बंद कर हड़ताल पर चले गये हैं। उनका आरोप है कि डीजल के दाम में अप्रत्याशित बढ़ोतरी के बावजूद ठेकेदार की आरे से भाड़ा बढ़ाने की बात तो दूर बकाया भाड़े का भी भुगतान नहीं किया जा रहा है। ऐसे में उनके और परिवार के सामने भुखमरी की नौबत आ गयी है। उन्होंने बताया कि जब रु 60 प्रति लीटर डीजल था, उस समय भी रु 230 प्रति टन ढुलाई की जाती थी। आज भी जब डीजल रु 92 प्रति लीटर को पार कर गया है तब भी उसी दर पर माल ढुलाई करायी जा रही है। इससे उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है। बार बार गुहार लगाने के बावजूद दर को संशोधित करने की काेई पहल नहीं की जा रही है।

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आंदोलन के अलावा कोई विकल्प नहीं

तीन महीने का भाड़ा भी ठेकेदार संजय सिंह के पास बकाया है। जिसे देने में वइ आनाकानी कर रहा है। इससे उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है। ऐसे में हमारे पास हड़ताल करने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह गया था। मजबूरन हमें ये कदम उठाना पड़ा। बरमसिया स्थित रेलवे की रैक से एफसीआई गोदाम में अनाज की ढुलाई ट्रकों के जरिए की जाती है। इसके सािा ही गोदाम से विभिन्न प्रखंडों में भी ट्रक के जरिए अनाज की ढुलाई होती है। ट्रक मालिक और ड्राइवर की हड़ताल के कारण सरकारी अनाज के वितरण पर भी इसका असर पड़ने की पूरी संभावना जताई जा रही है।


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