कोल इंडिया में 458 अधिकारियों का स्थानांतरण
कोल इंडिया ने बड़े पैमाने पर पदाधिकारियों का स्थानांतरण एक से दूसरी अनुषंगी कंपनी में किया है। कोल इंडिया की कार्मिक व औद्योगिक संबंध महाप्रबंधक तृप्ति पराग शॉ ने स्थानांतरण आदेश मंगलवार को जारी किया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : कोल इंडिया ने बड़े पैमाने पर पदाधिकारियों का स्थानांतरण एक से दूसरी अनुषंगी कंपनी में किया है। कोल इंडिया की कार्मिक व औद्योगिक संबंध महाप्रबंधक तृप्ति पराग शॉ ने स्थानांतरण आदेश मंगलवार को जारी किया है। इसमें सभी विभागों के उप प्रबंधक से महाप्रबंधक स्तर तक के अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है। बताते हैं कि वर्ष 2008-09 के बाद यह सबसे बड़ा स्थानांतरण है। कोल इंडिया ने 458 अधिकारियों को एक से दूसरी कंपनी में भेज दिया है। इनमें खनन के 269, सिविल के 11, एक्सकैवेशन के 54, वित्त व लेखा से 22, ई एंड एम के 27, कार्मिक के 27, सर्वे के 20, सीपी के 5 व टेलीकम्यूनिकेशन समेत अन्य विभागों के 23 अधिकारी शामिल हैं।
बीसीसीएल के 48 गए व 45 आए : बीसीसीएल के 48 अधिकारियों को अन्य कंपनियों में भेजा गया जबकि अन्य कंपनियों से 45 अधिकारियों को बीसीसीएल स्थानांतरित किया गया है। सर्वाधिक खनन विभाग से 30 अन्य कंपनियों में गए जबकि 28 लाए गए हैं। एक्सकैवेशन में पांच गए व पांच आए, वित्त में दो गए तो दो आए, ई एंड एम में दो गए और एक आए हैं। कार्मिक में तीन गए और तीन आए, टेलीकम्यूनिकेशन में भी एक चीफ मैनेजर गए तो एक आए, सर्वे में तीन गए तो तीन आए जबकि सीपी में दो गए और दो आए।
रोटेशन व ट्रांसफर पॉलीसी के तहत हुई कार्रवाई : 21 मई 2018 को ही कोल इंडिया ने सीआइएल एक्जीक्यूटिव जॉब रोटेशन एंड ट्रांसफर पॉलिसी बनाया था। इसके तहत 15 वर्ष का कार्यकाल पूरा करते ही अधिकारियों की कंपनी बदल दी जानी है। वहीं अनुषंगी कंपनियों की ओर से भी अपने अधिकारियों को 10 वर्ष एक क्षेत्र में काम पूरा करने पर स्थानांतरण कर देना है। क्षेत्रीय कार्यालय स्तर पर पांच वर्ष एक कोलियरी या परियोजना में काम कर चुके व्यक्ति का स्थानांतरण कर देना है। यह अधिकारियों के नए लक्ष्य निर्धारित करने व काम के माहौल में एकरसता समाप्त करने के उद्देश्य से किया गया है। इसी के तहत यह स्थानांतरण किया गया है। नियम लागू होने के बाद यह पहला बड़ा स्थानांतरण है।