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Trade Unions Stike: झरिया के कोलियरियों में हड़ताल का नहीं दिखा असर, अधिकांश कोल कर्मी आये काम पर

बिहार कोलियरी कामगार यूनियन राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ और एटक के आह्वान पर गुरुवार को बीसीसीएल में आहूत हड़ताल का झरिया कोयलांचल के कोलियरी क्षेत्रों में असर नहीं देखा गया। भारतीय मजदूर संघ को छोड़कर विभिन्न केंद्रीय श्रम संगठनों ने

By Atul SinghEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 05:23 PM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 05:23 PM (IST)
Trade Unions Stike: झरिया के कोलियरियों में हड़ताल का नहीं दिखा असर, अधिकांश कोल कर्मी आये काम पर
लोदना क्षेत्र की परियोजना में हड़ताल के दौरान हो रहा काम

झरिया, जेएनएन :  बिहार कोलियरी कामगार यूनियन,  राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ और एटक के आह्वान पर गुरुवार को बीसीसीएल में आहूत हड़ताल का झरिया कोयलांचल के कोलियरी  क्षेत्रों में असर नहीं देखा गया। भारतीय मजदूर संघ को छोड़कर विभिन्न केंद्रीय श्रम संगठनों ने कमर्शियल माइनिंग व सरकार की मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ  आज देशव्यापी कोयला उद्योग में हड़ताल का आह्वान किया था।  झरिया कोयलांचल में  बीसीसीएल के  लोदना,  बस्ताकोला  और ईजे एरिया भौंरा में हड़ताल  का असर नहीं देखा गया। आउटसोर्सिंग परियोजनाओं में आम दिनों की तरह काम हुआ। लोदना क्षेत्र के नॉर्थ व साउथ तिसरा, जीनागोरा परियोजना में हड़ताल का असर नहीं देखा गया। मशीनें चलती रही। अधिकांश कर्मियों  ने हाजिरी बनाई । मजदूरों का तर्क था कि एक दिन के हड़ताल से क्या होगा। पूर्व में तीन दिन की हड़ताल की गई थी तो सरकार को कुछ नहीं कर पाए। इसलिए हड़ताल  में हाजिरी गंवाना सही नहीं है। बस्ताकोला क्षेत्र के केओसीपी परियोजना में भी रोज की तरह काम हो रहा है। यहां भी हड़ताल का  असर नहीं है। एक तरह से कहा जाए तो अधिकांश कर्मियों ने हड़ताल को नकार दिया है।  ई जे एरिया भौरा क्षेत्र में भी  हड़ताल का कोई असर नहीं दिखा।  अधिकांश मजदूर काम पर आए।  हड़ताल करने वाले मजदूर संगठन के नेता  कहीं नहीं दिखे। इसलिए यहां भी हड़ताल  बेअसर रहा।  बीसीकेयू  के  शिवबालक पासवान ने कहा कि  झरिया कोयलांचल में हड़ताल के बेअसर होने का कारण  अन्य  यूनियनों  के नेताओं का गंभीर नहीं होना है।  बीसीकेयू ने हड़ताल के लिए मजदूरों को जागरूक किया।  लेकिन अन्य  श्रमिक संगठन गंभीर नहीं हुए। राकोमसं के  शमशेर आलम ने कहा कि  हड़ताल के पूर्व  कोलियरी क्षेत्रों में  ठीक से प्रचार-प्रसार  नहीं हो पाया। मजदूरों के अंदर हड़ताल करने के जज्बे को  नहीं जगह पाए।  इसलिए  हड़ताल  का असर  नहीं रहा। भारतीय मजदूर संघ के उज्जवल डे ने कहा कि हड़ताल राजनीति से प्रेरित है। मजदूरों को इससे कोई फायदा नहीं होगा। इसलिए मजदूर हड़ताल में नहीं गये। अधिक मजदूर प्रथम पाली में हाजिरी बनाएं। लोदना क्षेत्र के जीएम जीडी निगम और परियोजना पदाधिकारी पंकज कुमार नॉर्थ साउथ तिसरा, जीनागोरा परियोजना में सुबह से ही डटे रहे ।

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