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संडे ड्यूटी में कटौती से भड़के श्रमिकों ने किया कार्य बहिष्कार

तिसरा बस्ताकोला क्षेत्र के केओसीपी परियोजना में संडे ड्यूटी में कटौती के खिलाफ भड़के मजदूरों ने रविवार को कार्य का बहिष्कार किया। इस कारण कोयले का उत्पादन नहीं हो सका। प्रबंधन का कहना है कि ड्रिल मशीन खराब होने के कारण कटौती की गई। कहा कि जब उत्पादन ही नहीं होगा तो पूरा संडे ड्यूटी कैसे देंगे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 May 2020 02:00 PM (IST)Updated: Mon, 25 May 2020 02:00 PM (IST)
संडे ड्यूटी में कटौती से भड़के श्रमिकों ने किया कार्य बहिष्कार

तिसरा : बस्ताकोला क्षेत्र के केओसीपी परियोजना में संडे ड्यूटी में कटौती के खिलाफ भड़के मजदूरों ने रविवार को कार्य का बहिष्कार किया। इस कारण कोयले का उत्पादन नहीं हो सका। प्रबंधन का कहना है कि ड्रिल मशीन खराब होने के कारण कटौती की गई। कहा कि जब उत्पादन ही नहीं होगा तो पूरा संडे ड्यूटी कैसे देंगे। विभागीय परियोजना में काम करनेवाले डंपर व शॉवेल ऑपरेटर कालीपद महतो, बलिराम यादव, परशुराम सिंह, खुर्शीद अंसारी, बंसी बढ़ई, दिलीप नाग, धनजी रविदास, शुभेंदु बनर्जी, लोकेश सिंह, रविद्र राम, प्रदीप, परमेश्वर साव, छेदीलाल यादव आदि का कहना है कि बार-बार संडे ड्यूटी में कटौती से परेशान होकर इस बार हमलोगों ने काम ठप कर दिया। सभी श्रमिक अपने घर चले गए। 520 श्रमिकों में मात्र 177 को ही संडे ड्यूटी दी गई है। विभागीय परियोजना के बंदी की खबर सुनकर वर्कशॉप कर्मियों ने संडे ड्यूटी का बहिष्कार कर दिया। परियोजना में दो हजार टन से अधिक कोयला का उत्पादन होता है। गोलकडीह केओसीपी परियोजना के प्रबंधक संजीव कश्यप का कहना है कि परियोजना की ड्रिल मशीन खराब हो गई है। इसे दुरुस्त किया जा रहा है, इसलिए संडे ड्यूटी में कटौती की गई। अचानक काम बंद करना समस्या का समाधान नहीं है।

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