टीका लगवाने वाले लोगों ने कहा- अफवाहों पर ध्यान न दें, नहीं है कोई दुष्प्रभाव, आज हमने कोरोना पर पा ली जीत
वैक्सीन लेने वालों ने कहा- लगवा लिया टीका हर तरह से दुरुस्त हैं कोई दुष्प्रभाव होता तो दिखता - पहले टीका लेने का अवसर मिलने पर किस्मत को सराहा देशसेवा की दी संज्ञा अपील कर कहा टीके के बारे में अफवाहों पर ध्यान न दें आज हार गया कोरोना
जागरण संवाददाता, धनबाद : आंखों में चमक, चेहरे पर गर्व के साथ खुशी, मन में आत्मसंतोष। कुछ ऐसे ही थे, धनबाद के टुंडी और तोपचांची के केंद्रों पर कोरोना से बचाव का टीका लगवाने आए लोगों के चेहरे के भाव। इन लोगों के चेहरे पर टीका लगवाने को लेकर न कोई डर था न भय। बल्कि ऐसी खुशी थी जिसे बताते हुए उनकी आंखें डबडबा आईं। इनका कहना था कि वैक्सीन के बारे में बड़ी अफवाहें थीं कि इसका दुष्प्रभाव भी हो सकता है। यह खतरा बन सकता है, बावजूद हमने इस पर ध्यान नहीं दिया। आखिर इसे विज्ञानियों ने हर परीक्षण पर खरा उतरने के बाद ही तो तैयार किया है। हम शनिवार को यह टीका लगवा रहे हैं, यदि कोई दुष्प्रभाव होगा तो हमारे माध्यम से पता चल ही जाएगा। तब वैक्सीन की उस कमी को दूर कर लिया जाएगा।
तोपचांची सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत एएनएम कृष्णा दत्ता कहती हैं कि टीका लगवाते वक्त कोई भी डर नहीं था। अब कोरोना से सुरक्षित हूं, इस बात की खुशी है। पहला टीका धजरंग हाड़ी को लगा है, वह टीका लगने से खुश हैं। बोले साहब, सफाई कर्मी हूं। हालांकि टीके के बारे में काफी कुछ सुना था, हल्का भय भी लगा। फिर ख्याल आया कि अरे ये टीका तो वैज्ञानिकों ने हर कसौटी पर परखने के बाद ही लगाने का निर्णय लिया है तो डर भाग गया। मन में इस बात का भी अहसास था कि हमें शुरुआती दौर में ही टीका मिलने की सूची में डाला गया, तो भाग्यशाली भी हूं। टीका लगवाने पर कोई परेशानी नहीं हुई है। सभी से अपील करते हैं कि वे टीका लगवाकर इस नामुराद बीमारी को करारा जवाब दें। हम देश के काम आए, इसका गर्व है। अरे बाबा टीका सुरक्षित है, हर कसौटी पर परखा है विज्ञानियों ने :
एएनएम रंजू कुमारी कहती हैं कि टीके के बारे में अफवाहों से सावधान रहें। हमने भी तो लगवाया है। अरे बाबा, टीका हर तरह से सुरक्षित है, हर कसौटी पर विज्ञानियों ने इस परखा है। फिर काहे की चिता। इसे लगवाने का पहले मौका मिला, ये तो मेरी किस्मत है। वैक्सीन लेने के बाद कोई परेशानी नहीं है। इधर एएनएम अंजली कुमारी दो टूक कहती हैं कि टीका को लेकर जो अफवाहें हैं उन पर कोई ध्यान नहीं दे। खुशी इस बात की होनी चाहिए कि इतने कम समय में हमारे देश में वैक्सीन उपलब्ध है। अन्य देश के लोग तो अभी भी वैक्सीन के ही इंतजार में हैं। अब नहीं जाएगी किसी की जान :
टीका लगवा चुकी गजला खातून कहती हैं कि आज कोरोना इंसानी ज्ञान के सामने नतमस्तक हो गया। अब वह किसी की जान नहीं ले सकेगा। पहले चरण में हमें वैक्सीन लेने का अवसर दिया गया। 28 दिन के बाद फिर वैक्सीन लेना है। हमने भी देशसेवा में योगदान दिया है। उनकी सहेली उमा भट्टाचार्य ने भी टीका लिया है। वे कहती हैं कि कोरोना ने कई की जान ले ली। अब टीका आ गया, वह हार गया। अब लोगों की जान बच जाएगी। कोरोना से बचाव को वैक्सीन जरूरी है। यह सभी जान लें।