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बालक के जीवित होने के इंतजार में बैठे थे मां-बाप, मिली मायूसी

झरिया के मानबाद में ढ़ाई साल का बा देवांष मिश्रा दोपहर को बाहर में खेलने के दौरान गायब हो गया। परिवार के लोग खोजबीन की लेकिन देर शाम तक बो का पता नहीं चला।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Feb 2020 10:09 PM (IST)Updated: Tue, 04 Feb 2020 10:09 PM (IST)
बालक के जीवित होने के इंतजार में बैठे थे मां-बाप, मिली मायूसी
बालक के जीवित होने के इंतजार में बैठे थे मां-बाप, मिली मायूसी

झरिया : झरिया के मानबाद में ढ़ाई साल का बच्चा देवांष मिश्रा दोपहर को बाहर में खेलने के दौरान गायब हो गया। परिवार के लोग खोजबीन की, लेकिन देर शाम तक बच्चे का पता नहीं चला। इसी बीच पास में ही रहनेवाले 10 वर्षीय उज्ज्वल कुमार ने सात बजे नाली में एक कपड़े का पैंट देखा। बच्चे ने इसकी जानकारी देवांष के पिता रवि मिश्रा को दी। परिवारवालों ने नाली में खोजने के दौरान देखा कि देवांष गिरा हुआ है। उसे बाहर निकाला कर पास के नर्सिग होम में भर्ती कराया गया। चिकित्सक ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। पुत्र की मौत होने की जानकारी पाकर मां आरती देवी दहाड़ मार मारकर रोने लगी। उसने बच्चे को मानबाद के समीप मां मनसा के मंदिर में ले गई। मां मनसा से पुत्र को जीवन दान देने की गुहार लगाने लगी। लगभग साढ़े आठ बजे रात बच्चे ने लघुशंका की। यह देखकर वहां मौजूद लोग इसे देवी की कृपा मानने लगे। मां की जयकार करने लगे। खबर फैलते ही आसपास के लोग जुटने लगे। लोगों ने इसकी जानकारी पास के शिशु रोग चिकित्सक डॉ. नरेश प्रसाद को दी। डॉ. नरेश तत्काल मंदिर पहुंचकर बच्चे की जांच की। उन्होंने जांच के बाद बताया कि बच्चा जीवित नहीं है। मृत्यु होने के बाद शरीर में ऐंठन आती है। इस वजह से लघुशंका हो जाती है। इसके बाद लोगों में मातम छा गया।

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दादी बार-बार होती रही बेहोश :

ढाई वर्ष के पोता देवांष की मृत्यु की खबर सुन कर बच्चे की दादी सुलोचना देवी रोते-रोते बेहोश हो गई। परिवारवालों उन्हें संभालते रहे। दादी बस यही कहती रही की मेरे बच्चे को मेरे पास कोई ला दो। यह सुन कर आसपास के लोगों की आंखों में आंसू आ गए।

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मानबाद पहुंची भाजपा नेत्री रागिनी :

देवांष की मौत की खबर सुनकर उनके परिवार वालों को सांत्वना देने के लिए रात में भाजपा नेत्री रागिनी सिंह भी मानबाद पहुंची। परिवारवालों को रोता देख उनकी आंखें भी नम हो गई। कुछ देर बाद वह चली गई। कुछ देर बाद बच्चे के जीवित होने की खबर मिलते ही बच्चे से मिलने उसके घर पहुंची। लेकिन डॉ. नरेश ने बताया कि उसकी मौत हो गई है। यह खबर सुनकर रागिनी मायूस होकर लौट गई।


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