खौफ के साए में महुदा की बेटियां, स्कूल जाने के रास्ते में रोज होती है छेड़खानी Dhanbad News
दिन के 10 बजे थे। महुदा रेलवे क्रासिंग से एक रास्ता बाएं की ओर जाती है। इसी रास्ते पर करीब 6.5 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद उत्क्रमित उच्च विद्यालय कुमारडीह आता है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: दिन के 10 बजे थे। महुदा रेलवे क्रासिंग से एक रास्ता बाएं की ओर जाती है। इसी रास्ते पर करीब 6.5 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद उत्क्रमित उच्च विद्यालय कुमारडीह आता है। दिन के करीब 10:20 बजे थे। स्कूल के बाहर सन्नाटा था। अंदर जाने पर कक्षाएं चल रही थी और बरामदे में काफी संख्या में छात्र-छात्राओं की साइकिल खड़ी थी। इस स्कूल में कक्षा नौवीं और दसवीं की ही पढ़ाई होती है। इसमें भी 79 छात्रों में 46 लड़कियां ही हैं।
पूछने पर पता चला कि इस स्कूल में पढऩे के लिए आसपास के गांव की बच्चियां आती हैं। स्कूल की प्रभारी प्राचार्या रेखा साहू से बात हुई। उन्होंने बताया कि छेड़खानी की घटना लगातार दो दिन हुई। बच्चियों ने उनसे शिकायत की तो उन्होंने लिखित शिकायत भाटडीह ओपी में कर दी। शिकायत के बाद गुरुवार की सुबह पुलिस के दो जवान आए थे। पूछताछ किए और शिकायत आवेदन की प्रतिलिपि कुछ देर के बाद देने की बात कह चले गए। प्राचार्या ने कहा कि बच्चियों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है।
दिन के करीब 11:20 हो चुके हैं। स्कूल से निकल घटना स्थल की ओर चलने लगे तो कुमारडीह गांव समाप्त होने के बाद करीब 300 मीटर का रास्ता मिला। यह पूरी तरह सुनसान, करीब 50 मीटर का रास्ता घने पेड़ों से घिरा हुआ मिला। पूछने पर पता चला कि इसी जगह पर मनचलों का जमावड़ा होता है और दोनों दिन घटनाएं यहीं हुई हैं। इस रास्ते से वापस आने पर एक ताड़ पेड़ के नीचे तीन युवक मिले। पूछताछ करने पर पता चला कि दो लड़के उन दोनों लड़कियों के भाई हैं जिनके साथ घटना घटी थी। उन्होंने बताया कि स्कूल की छुट्टी होने वाली है। वे यहां अपनी बहनों के आने का इंतजार कर रहे हैं। उस युवक को भी खोज रहे हैं जिन्होंने छेड़खानी की थी। थोड़ी देर इंतजार करने के बाद स्कूली छात्राओं का झुंड इस रास्ते पर आता दिखाई दिया। कुछ बच्चियां अपनी साइकिल से तो कुछ दूसरे छात्रों की साइकिल बैठ कर जा रही थी। कुछ पैदल ही सफर तय कर रही थी। युवकों ने बताया कि मनचला युवक भाटडीह धौड़ा का रहने वाला है। कौन है इसकी खोज बीन की जा रही है।
पहले कसते थे फब्तियां, नहीं रोका किसी ने तो दुपट्टे पर डाल दिया हाथ: छात्राओं को बाइक से धक्का मारना और दुपट्टा खिंचने की घटना को लेकर पूरा गांव आक्रोशित है। गांव के लोगों से बातचीत करने के बाद यह तथ्य आया कि स्कूल से छुट्टी होने के बाद जब बच्चियां सुनसान रास्ते से घर जाती हैं तो कुछ युवक उन पर फब्तियां कसते थे। यह सिलसिला कई बार चला और दो दिन पूर्व लगातार छेड़खानी की घटना हो गई। पहले दिन युवक ने एक छात्रा की साइकिल में धक्का मार कर उसे गिरा दिया और दूसरे दिन उसने दूसरी छात्रा का दुपट्टा पकड़ कर खींच दिया। इस लड़के की तलाश गांव का प्रत्येक लोग कर रहे हैं।
भयभीत लड़कियों के स्कूल छोडऩे का डर: छेडखानी की हुई घटना से लड़कियों के स्कूल छोडऩे की संभावना बनी हुई है। प्राचार्या रेखा साहू भी मानती हैं कि ऐसी घटनाएं हुई तो बच्चियां स्कूल आना बंद कर देंगी। बताते चलें कि इस स्कूल में बच्चियों की संख्या अधिक है और इस बार मैट्रिक में 50 फीसद से अधिक छात्र-छात्राओं ने प्रथम श्रेणी से पास किया है।
पुलिस का दावा, कोई बोलने को तैयार नहीं: मामले की शिकायत भाटडीह ओपी में की गई है। ओपी प्रभारी कामेश्वर राम ने कहा कि घटना के बाद पुलिस स्कूल गई थी। पूछताछ की। गांव वालों से भी बातचीत की गई है, लेकिन कोई बोलने को तैयार नहीं है। एफआइआर के संबंध में कहा कि युवक अज्ञात है। कैसे एफआइआर कर दें, कोई कुछ बोल भी नहीं रहा है। राम ने कहा कि अब से स्कूल की छुट्टी होने पर पुलिस जवान उस रास्ते की निगरानी करेंगे।
"घटना की जानकारी मिली है। युवक की बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पूर्व में भी ऐसी घटना सामने आयी थी। इसको लेकर ग्रामीणों एवं पुलिस के साथ बैठक की गई थी। डेढ़ साल से कोई घटना नहीं हुई थी। अचानक हुई घटना से लोग सकते में हैं।"
- संपद घोषाल, मुखिया, हाथुडीह पंचायत