प्रतिबंधित पशु का सिर मिलने से लटानी में तनाव, पुलिस की तत्परता से टला टकराव Dhanbad News
लटानी गांव में जैसे ही प्रतिबंधित पशु को काट कर फेंके जाने की जानकारी मिली लोगों की भीड़ जुट गई। डीएसपी हिमांशु चंद्र मांझी घटनास्थल पर पहुंचे।
पूर्वी टुंडी, जेएनएन। पूर्वी टुंडी प्रखंड के लटानी गांव में अहले सुबह एक घर के पीछे प्रतिबंधित पशु का कटा हुआ सिर पाए जाने से क्षेत्र में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। यह जानकारी मिलते ही आस-पास के गांवों के सैकड़ों लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। लोगों ने दूसरे समुदाय के लोगों पर ऐसे घृणित कार्य करने का आरोप लगाया जिसके बाद दो समुदाय के लोगों में टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। प्रशासन ने दोनों समुदाय के लोगों को समझा-बुझाकर स्थिति को संभाला।
लटानी गांव में जैसे ही प्रतिबंधित पशु को काट कर फेंके जाने की जानकारी मिली पुलिस भी पहुंच गई। डीएसपी हिमांशु चंद्र मांझी ने घटनास्थल पर पहुंचते ही आस-पास के थानों के पुलिस-पदाधिकारियों को भी बुला लिया। टुंडी थाना प्रभारी कमलनाथ मुंडा, गोविंदपुर थाना प्रभारी रणधीर कुमार, टुंडी थाना प्रभारी सुधीर प्रसाद, टुंडी पुलिस निरीक्षक किशोर तिर्की दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। दोनों समुदाय के लोगों के बीच में खड़े होकर मोर्चा संभाल लिया। ग्रामीणों का कहना था कि हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए जानबूझकर प्रतिबंधित पशुओं का मांस फेंका जा रहा है। दो दिन पहले धनबाद और जामताड़ा जिले की सीमा कर्मदाहा स्थित मंदिर के पास मांस फेंका गया था।
मामला काफी तनावपूर्ण हो जाने के बाद गांव के ही एक समुदाय के व्यक्ति ने बताया कि दो दिन पूर्व उसके घर में एक बीमार बाछी की मौत हो गई थी जिसें गांव के पीछे एक खेत में फेंक दिया था। संभवतः किसी कुत्ते ने उसे वहां से खींच कर ला दिया होगा। बताए गए स्थान पर जाकर देखा गया तो वंहा उसके धड़ की बरामदगी नहीं हुई। इसके बाद दूसरे समुदाय के लोग उसकी बात को मानने के लिए तैयार नहीं थे। ग्रामीण जानबूझकर किया गया कृत मान नाराजगी जता रहे थे। प्रशासन एवं बुद्धिजीवियों की पहल के बाद लटानी चाैक पर दोनों पक्षों को साथ में बैठाया गया। पुलिस ने कुकृत्य करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने लिखित शिकायत दी। पुलिस ने आश्वस्त किया कि जांच कर कार्रवाई की जाएगी।