आईएसओ विभाग की टीम ने कनकनी गैस रिसाव स्थल का जायजा लिया, दिये ये महत्वपूर्ण निर्देश
मुख्यालय के आईएसओ विभाग की टीम सोमवार को सिजुआ क्षेत्र के कनकनी कोलियरी पहुंची ।सेंद्रा स्थित ध्वस्त चार नंबर चानक से हो रहे गैस रिसाव का जायजा लिया। तथा कोलियरी कार्यालय में नक्शे का अवलोकन कर यह जानने की कोशिश की कि यदि गैस रिसाव स्थल की
जेएनएन, धनबाद: मुख्यालय के आईएसओ विभाग की टीम सोमवार को सिजुआ क्षेत्र के कनकनी कोलियरी पहुंची ।सेंद्रा स्थित ध्वस्त चार नंबर चानक से हो रहे गैस रिसाव का जायजा लिया। तथा कोलियरी कार्यालय में नक्शे का अवलोकन कर यह जानने की कोशिश की कि यदि गैस रिसाव स्थल की भराठी करा दी जाती है तो उसका प्रभाव कहीं आबादी वाले क्षेत्र में नहीं पड़ेगा। इधर लगातार हो रहे गैस रिसाव से परेशान स्थानीय लोगों में प्रबंधन के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लोयाबाद पुलिस ने भी कोलियरी प्रबंधन को लोगों की भावना से अवगत कराते हुए शीघ्र गैस की रोकथाम के लिए कहा। हालांकि प्रबंधन के द्वारा अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। रविवार को जो गैस व धुआं काला था वह गैस आज सफेद रंग का निकल रहा है। टीम के नेतृत्व कर रहे नोडल अधिकारी किशोर यादव ने कोलियरी अधिकारी के साथ करीब दो तीन घंटे तक इस बात पर मंथन किये कि गैस भराठी करायी जाए या नहीं। यदि करा दी जाती है तो खदान के नीचे का गैस किधर से निकलेगा। नक्शा से खदान के अंदर की स्थिति को समझने के बाद उन्होंने कोलियरी अधिकारी को दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कोलियरी प्रबंधक संजय कुमार को कहा कि जब तक गैस रिसाव रोकने के स्थायी समाधान नहीं निकल जाता है तब तक फिल्हाल उक्त स्थल को तार से घेराबंदी करा दी जाए । कोलियरी अधिकारीयों ने उन्हें बताया कि चार नंबर खदान अग्नि प्रभावित है। खदान के नीचे आग लगी हुई है। खदान के अंदर का गैस चानक के मुहाने की सील तोड़ते हुए बाहर निकल आया है। खदान के अंदर की स्थिति क्या है यह कहना मुश्किल है। संभवतः कोयला चाल से टूट कर आग में गिर गया हो जिससे धुंआ युक्त गैस निकलने लगा। कोयला जल गया इसलिए संभवतः आज सफेद रंग का गैस निकल रहा है । मालूम हो कि रविवार को ध्वस्त 4 नंबर पीट से भारी मात्रा में गैस रिसाव होना शुरू हो गया था जिससे लोगों में दहशत में व्याप्त है। आबादी गैस रिसाव स्थल से काफी करीब है। टीम में नरेश राय के अलावा के आर सत्यार्थी सिजूआ क्षेत्र सेफ्टी आफिसर आर सी प्रसाद व कोलियरी प्रबंधक संजय कुमार मौजूद थे।
प्रबंधन को जब हल्की हल्की गैस निकल रहा था उसी समय कदम उठाना चाहिए था
स्थानीय लोगों ने बताया कि तीन चार दिन पहले से ही हल्की हल्की गैस का रिसाव हो रहा है यदि प्रबंधन के द्वारा रोकथाम के लिए कदम उठाया गया होता शायद यह स्थिति पैदा नहीं हुई होती।
नई पैच के बाद गैस रिसाव की समस्या नहीं रहेगी
कोलियरी प्रबंधक संजय कुमार ने बताया कि यह क्षेत्र अग्नि प्रभावित है। लोगों को बहुत पहले ही आवास खाली करने की नोटिस दी गई है। इस इलाके में नया पैच शुरू होने जा रहा है। लोगों को अब यहां से हटना ही पडेगा। यह पैच काफी बड़ा है सात सालों तक इस पैच से कोयले का उत्पादन होगा। इस पैच का दायरा सेंद्रा से लेकर कनकनी हनुमान बाजार तक है। एपरुवल के लिए मुख्यालय गया हुआ है।