Move to Jagran APP

धनबाद सांसद के घर उपवास रख शिक्षकों ने की पुरानी पेंशन नियमावली की वकालत

राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत पूरे देश में एनएमओपीएस के बैनर तले रविवार को शिक्षकों ने अपने-अपने संसदीय क्षेत्र के सांसद के आवास के बाहर एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम किया।

By mritunjayEdited By: Published: Sun, 28 Oct 2018 03:20 PM (IST)Updated: Sun, 28 Oct 2018 03:20 PM (IST)
धनबाद सांसद के घर उपवास रख शिक्षकों ने की पुरानी पेंशन नियमावली की वकालत
धनबाद सांसद के घर उपवास रख शिक्षकों ने की पुरानी पेंशन नियमावली की वकालत

धनबाद, जेएनएन। सरकारी शिक्षकों ने पुरानी पेंशन नियमावली लागू करने की मांग को लेकर सड़क पर उतर रविवार को आंदोलन का श्रीणेश किया। इसके तहत धनबाद के सांसद पीएन सिंह के आवास का घेराव कर प्रदर्शन किया। इसके बाद शिक्षकों ने सांसद के आवास कैंपस में ही दरी बिछा एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम शुरू किया। हालांकि शिक्षकों का आंदोलन शुरू होने से पहले ही सांसद अपने घर से निकल गए थे। 

loksabha election banner

राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत पूरे देश में एनएमओपीएस के बैनर तले रविवार को शिक्षकों ने अपने-अपने संसदीय क्षेत्र के सांसद के आवास के बाहर एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम किया। जोनल प्रभारी उज्जवल तिवारी के नेतृत्व में धनबाद जिले के शिक्षक सांसद पीएन सिंह के आवास पर उपवास कार्यक्रम में शरीक हुए। सिंदरी की खराब विधि व्यवस्था को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने शनिवार को पांच घंटे तक सांसद पीएन सिंह को हाउस अरेस्ट करके रखा था। इसे देखते हुए शिक्षकों के आंदोलन के मद्देनजर सांसद रविवार सुबह ही घर से निकल गए। सांसद की अनुपस्थिति में उनके मीडिया सलाहकार मिल्टन पार्थसारथी और बैंक मोड़ मंडल भाजपा अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह ने शिक्षकों का मांग पत्र लिया। उपवास कार्यक्रम में इकबाल, शिवेश झा, संजय गिरी, महेंद्र प्रताप, डॉ मीरा सिंह, प्रवीण कुमारी, जगजीत कौर, रंजीत चौधरी, प्रकाश मिश्र, नीरज कुमार, पंकज पांडेय, रंजन दास, रामप्रसाद दास, राहुल चौबे, मुकेश सिंह, प्रदीप मंडल, सूरज किस्कु, दीपक कुमार, विजय कुमार, सलीमुद्दीन अंसारी, सौकत अली, इरफ़ान, इस्तियाक, अब्दुल, पंकज कुमार, दयानंद, कौशलेंद्र तिवारी समेत बड़ी संख्या में शिक्षक शामिल थे। दूसरी तरफ पुरानी पेंशन बहाली को लेकर रेलवे इम्पलाइज एसोसिएशन ने 4 नवंबर को आंदोलन की घोषणा की है। आंदोलन को एनएमओपीएस झारखण्ड ने समर्थन किया है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.