टाटा पावर इंस्टीट्यूट युवाओं का कौशल विकास कर बना रहा सशक्त... अबतक 35 हजार युवाओं को किया प्रशिक्षित
यहां पर प्रशिक्षण प्राप्त करने आए युवाओं को इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग रूफटॉप सोलर फोटोवोल्टिक की स्थापना और रखरखाव स्मार्ट मीटरों की स्थापना और होम ऑटोमेशन के लिए सोलर फोटोवोल्टिक में टीपीएसडीआई के अक्षय ऊर्जा पाठ्यक्रम का प्रशिक्षण दिया जाता है
जागरण संवाददाता, मैथन/निरसा: टाटा पावर स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (टीपीएसडीआई) मैथन युवाओं का कौशल विकास कर उन्हें सशक्त बना रहा है। भारत को हरित ऊर्जा के लिए कौशल विकसीत मैन पावर देने की पहल संस्था द्वारा की गई है। टीपीएसडीआई टाटा पावर का एक प्रयास है,जो युवाओं और अन्य लोगों को रोजगार योग्य कौशल के साथ सशक्त बनाता हैै। विशेष रूप से इलेक्ट्रिकल, मेकेनिकल, एवं सुरक्षा से संबद्ध क्षेत्रों में युवाओं के कौशल को विकसित कर उन्हें इंडस्ट्री में चुनौती को से सामना करने के लायक बनाता है। टीपीएसडीआई की मैथन इकाई अपने स्थापना के 7 वर्षों में लगभग 35 हजार युवाओं का कौशल विकास करने में सहयोग किया है। यहां से प्रशिक्षण पाए युवा विभिन्न इंडस्ट्रियों कार्यरत हैं। उक्त बातें टीपीएसडीआई मैथन इकाई के प्राचार्य आलोक प्रसाद ने प्रेस वार्ता के दौरान कही।
बताया कि यहां पर प्रशिक्षण प्राप्त करने आए युवाओं को इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग, रूफटॉप सोलर फोटोवोल्टिक की स्थापना और रखरखाव, स्मार्ट मीटरों की स्थापना और होम ऑटोमेशन के लिए सोलर फोटोवोल्टिक में टीपीएसडीआई के अक्षय ऊर्जा पाठ्यक्रम का प्रशिक्षण दिया जाता है। यहां एक सप्ताह से लेकर 3 माह के पाठयक्रम चलाये जाते हैं।
कहा कि प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षक उद्योग जगत में लंबे समय में काम का अनुभव प्राप्त वाले लोग हैं। यहां प्रशिक्षु स्वयं अपने हाथों से सभी प्रकार के प्रशिक्षण करते हैं और अपना कौशल बढाते हैं। प्रशिक्षुओं को सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक दोनों ज्ञान यहां पर एक साथ उपलब्ध कराया जाता है। टीपीएसडीआई मैथन में पूर्वी भारत के छात्र छात्राएं प्रशिक्षण के लिए आते हैं। इन छात्रों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि संस्थान को प्रशिक्षुओं के प्रशिक्षण दृष्टिकोण को को ध्यान में रखते हुए मानकों के साथ कौशल प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह स्थानीय युवाओं को अधिक रोजगार योग्य बनाने के उद्देश्य से तकनीकी कौशल की एक विस्तृत श्रृंखला में प्रमाणन और मॉड्यूलर प्रशिक्षण प्रदान करता है।
बताया कि टीपीएसडीआइ की स्थाना 9 फरवरी, 2015 को टाटा पावर के शताब्दी वर्ष समारोह के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया था। संस्थान ने टाटा पावर और इसकी संयुक्त उद्यम सहायक कंपनियों की सुविधाओं का लाभ उठाते हुए देश में तीन स्थानों पर छह प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए हैं। झारखंड में धनबाद के मैथन एवं जमशेदपुर में प्रशिक्षण केंद्र खोला है। टीपीएसडीआई टीपीडीडीएल-सेनपीड, दिल्ली के सहयोग से कार्यक्रम भी चलाता है। वर्ष 2015 से लेकर अभी तक 1‐50 लाख छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रशिक्षण प्राप्त छात्र-छात्राओं देश के विभिन्न विभन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। टीपीएसडीआई में हरित और स्मार्ट ऊर्जा में युवाओं के लिए भी प्रशिक्षित किया जाता है।