मां की अस्थि कलश लेकर दो दिनों तक भटकता रहा बेटा, दैनिक जागरण की पहल के बाद मिली साहिबगंज जाने की अनुमति Dhanbad News
सुबोध सिंह ने दैनिक जागरण से बताया कि मां का अंतिम क्रियाकर्म हिंदू रीति रिवाज के अनुसार किया जा सके इसको लेकर जिला प्रशासन के पास साहिबगंज जाने की अनुमति मांगने पहुंचा था।
धनबाद, जेएनएन। शहर के कोयला नगर स्थित नूतन डी के निवासी सुबोध कुमार सिंह की माता लीलावती देवी का सोमवार की देर रात देहांत हो गया। इसके बाद मंगलवार को आस-पास के कुछ लोगों के साथ तेलीपारा श्मशान घाट उनका अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, अब माता की अस्थियां गंगा में विसर्जित करने को लेकर परिवार परेशान है, क्योंकि कोरोना वायरस से संक्रमण के कारण पूरे राज्य में लॉकडाउन है।
सुबोध सिंह ने दैनिक जागरण से बताया कि मां का अंतिम क्रियाकर्म हिंदू धर्म के रीति रिवाज के अनुसार किया जा सके इसको लेकर जिला प्रशासन के पास साहिबगंज जाने की अनुमति मांगने पहुंचा था। लेकिन, प्रशासन ने इससे इन्कार कर दिया। उन्होंने बताया कि हमारे यहां गंगा में अस्थि कलश विसर्जन करने की मान्यता है। लॉकडाउन को लेकर परिवार के लोगों को इसकी काफी चिंता है। वे अपने भाई प्रमोद सिंह के साथ कई बार जिला प्रशासन के कार्यालयों का चक्कर लगा चुका हूं।
इसपर दैनिक जागरण ने पहल करते हुए जिला परिवहन पदाधिकारी ओम प्रकाश यादव से बातचीत की। इसपर डीटीओ ने उनकी बात को मानते हुए धनबाद से साहिबगंज जाने कि न केवल अनुमति दी बल्कि पास भी निर्गत कर दिया। मूल रूप से बिहार के आरा के रहने वाले सुबोध सिंह ने इसके लिए दैनिक जागरण के प्रति आभार जताया।