झारखंड में कोरोना धीरे-धीरे पसार रहा पांव, धनबाद में अब तक 400 की मौत, 20 हजार से अधिक संक्रमित
झारखंड में रांची जमशेदपुर देवघर में कोरोना संक्रमण के मामले आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने धनबाद सहित राज्य के दूसरे जिलों में अलर्ट जारी किया है। इसी के साथ लोगों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर से झारखंड में आने लगे हैं। रांची, जमशेदपुर, देवघर में संक्रमण के मामले आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने धनबाद सहित राज्य के दूसरे जिलों में अलर्ट जारी किया है। जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग के पदाधिकारी डॉक्टर राजकुमार सिंह ने इस संबंध में सभी सरकारी और गैर सरकारी चिकित्सक एवं स्वास्थ्य संस्थानों को सचेत किया है। इसके साथ ही भीड़ भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनने, बीमार लोगों को भीड़ भाड़ वाले इलाके से दूर रहने की अपील की जा रही है।
धनबाद में अब तक 400 लोगों की जा चुकी है जान
कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर में धनबाद में अब तक कुल 400 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, अब तक 20076 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। इसमें 19676 लोग कोरोना वायरस से ठीक भी हो चुके हैं। सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले चिंताजनक है।
धनबाद पूरे राज्य में जनसंख्या घनत्व का सबसे बड़ा जिला है। ऐसे में विभाग की ओर से लोगों को जागरुक किया जा रहा है। सभी सरकारी अस्पतालों में भी मास्क पहनकर आने की अपील की जा रही है। उन्होंने कहा कि सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित मरीजों को कोविड-19 जांच कराने की सुविधा सरकारी अस्पताल में की गई है।
धनबाद में तीन लाख लोगों को नहीं लग पाया है एक भी टीका
एक ओर स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोनावायरस को लेकर अलर्ट जारी किया जा रहा है। तो दूसरी और स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों की उदासीनता की वजह से धनबाद में 2 साल बीतने के बावजूद लक्षित तीन लाख लोगों को अब तक एक भी टीका नहीं लग पाया। विभाग की ओर से धनबाद में 20 लाख लोगों ( 18 वर्ष से ऊपर के) को टीका से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन 17 लाख लोगों ने ही पहला टीका लिया है। जबकि 12 लाख लोगों ने अब तक दूसरा टीका लिया है।
जिले में तैयारियां जोरो पर
धनबाद में जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग के प्रभारी डॉ राजकुमार सिंह ने कहा है, जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए चिकित्सकों को अलर्ट किया जा रहा है। महामारी विभाग की ओर से तैयारियां की जा रही हैं।