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होमगार्ड जवानों का एसएनएमएमसीएच-डीवीसी ने रोक रखा भुगतान

जिले के अलग-अलग पोस्टों पर तैनात होमगार्ड जवानों को मानदेय नहीं मिल रहा है। एसएनएमएमसीएच और डीवीसी ऐसे पोस्ट हैं जहां कार्यरत होमगार्ड जवानों को बीते पांच माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। इससे जवानों की आर्थिक स्थिति कमजोर हाे रही है।

By Atul SinghEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 11:36 AM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 11:36 AM (IST)
जिले के अलग-अलग पोस्टों पर तैनात होमगार्ड जवानों को मानदेय नहीं मिल रहा है। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

जागरण संवाददाता, धनबाद: जिले के अलग-अलग पोस्टों पर तैनात होमगार्ड जवानों को मानदेय नहीं मिल रहा है। एसएनएमएमसीएच और डीवीसी ऐसे पोस्ट हैं जहां कार्यरत होमगार्ड जवानों को बीते पांच माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। इससे जवानों की आर्थिक स्थिति कमजोर हाे रही है।

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जिले के सरकारी अस्पताल एसएनएमएमसीएच में होमगार्ड के दस जवान तैनात हैं। बीते पांच माह से इन जवानों को दैनिक मानदेय नहीं मिला है। यहां जवान की यह स्थिति है कि पिछले दिनों एक होमगार्ड जवान की यहां संदेहास्पद स्थिति में माैत हो गई थी। जवान इंद्रलाल महतो की मौत को लेकर बताया गया कि वह काफी तनाव में था। मानदेय नहीं मिलने के कारण उसकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर हो चुकी थी। वह भूखे पेट ड्यूटी कर रहा था। अभी इस मामले की जांच चल रही है। घटना के बाद जवानों ने एसएनएमएमसीएच प्रबंधन से मानदेय भुगतान की मांग की थी।

डीवीसी पुटकी में भी नहीं हुआ भुगतान 

एसएनएमएमसीएच की तरह ही पुटकी डीवीसी में कार्यरत जवानों को भुगतान नहीं दिया जा रहा है। बिल जाने के बाद भी भुगतान में देरी की जा रही है। इससे यहां के जवानों में आक्रोश व्याप्त है। जवानों की मानें तो पुटकी डीवीसी के एक लिपिक ने उनका बिल रोक रखा है।

एसोसिएशन ने दी चेतावनी 

झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दाेनों संगठनों को यथाशीघ्र मानदेय भुगतान करने की मांग की है। प्रदेश अध्यक्ष रवि मुखर्जी ने कहा कि संस्थाओं की सुरक्षा के लिए जवान तैनात हैं। उनका मानदेय भुगतान रोकना पूरी तरह से गलत है।

वर्जन

मानदेय भुगतान को लेकर एसएनएमएमसीएच और डीवीसी को पत्र दिया जाएगा। बिल समय पर भेजा गया है। यदि कोइ दिक्कत है तो वार्ता कर उसका समाधान किया जाएगा।

- तारकेश्वर राम, समादेष्टा झारखंड गृह रक्षा वाहिनी धनबाद


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