जिनके नाम से चल रहा यूनिवर्सिटी उनके स्वजनों को ही BBMKU के भवन उद्घाटन में नहीं बुलाया गया Dhanbad News
पढ़ो और लड़ो का नारा देने वाले बिनोद बिहारी महतो के परिजनों ने कहा धनबाद में बिनोद बिहारी महतो यूनिवर्सिटी 4 साल पूर्व सिल्यानस हुआ था। तब धनबाद छात्रों को उम्मीद जगा कि अब यहां के छात्रों को पढ़ाई के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं।
जासं, धनबादः पढ़ो और लड़ो का नारा देने वाले बिनोद बिहारी महतो का नाम झारखंड के बच्चे बच्चे जानते हैं। उनके नाम पर चार साल इंतजार के बाद धनबाद में बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल यूनिवर्सिटी बनाया गया। लेकिन सबसे बड़ी दुख की बात है कि यूनिवर्सिटी के भवन उद्घाटन में बिनोद बिहारी महतो के परिजनों को इसमें आमंत्रित नहीं किया गया।
इस बात पर एसकेआरएम संस्था के अध्यक्ष व विनोद बिहारी महतो के पोता राहुल महतो तथा एसकेआरएम संस्था ने इस बात पर आपत्ति जताई। बताया कि झारखंड राज्य का अलग गठन करने में बिनोद बिहारी महतो की महत्वपूर्ण भूमिका है। लेकिन अभी की सरकार झारखंड के पुरोधा बिनोद बिहारी महतो को ना ही उनकेे परिजनों इस अवसर पर याद किए। संस्था के अध्यक्ष गौतम कुमार रवानी ने भी बताया कि विवि में पढ़ने वाले छात्रों को भी इस अवसर पर उनके परिजनों को ना बुलाने से छात्रों के मन में भी निराशा है। पढ़ो और लड़ो का नारा देने वाले बिनोद बिहारी महतो के परिजनों ने कहा धनबाद में बिनोद बिहारी महतो यूनिवर्सिटी 4 साल पूर्व सिल्यानस हुआ था। तब धनबाद छात्रों को उम्मीद जगा कि अब यहां के छात्रों को पढ़ाई के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं। अन्य जिलों की तरह सारी सुविधा धनबाद में मिल जाएंगी। मगर सरकार इस बात को पुरी तरह भूल गए। मौके पर संस्था के सचिव आनंद राय, रमेश महतो, संदीप रवानी, जितेन देवा आदि मौजूद थे।