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आइआइएम बेंगलुरु से पढ़ाई करेंगे शुभम, मिलेगा 50 हजार रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड

मनईटांड़ सिघाड़ा तालाब के शुभम का चयन महात्मा गांधी नेशनल फैलोशिप (एमजीएनएफ) में हुआ है। इसके अंतर्गत शुभम को आइआइएम बेंगलुरु से पब्लिक पालिसी मैनेजमेंट एंड रूरल डेवलपमेंट की पढ़ाई करने का मौका मिलेगा। आइआइएम की सारी फीस और रहना खाना मिनिस्ट्री आफ स्किल डेवलपमेंट उठाएगी। सिर्फ यही नहीं प्रथम वर्ष 50 हजार रुपये प्रतिमाह और द्वितीय वर्ष 60 हजार रुपये प्रति माह की दर से स्टाइपेंड भी मिलेगा यह कोर्स दो वर्षीय होगा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 06:06 AM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 06:06 AM (IST)
आइआइएम बेंगलुरु से पढ़ाई करेंगे शुभम, मिलेगा 50 हजार रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड

जागरण संवाददाता, धनबाद : मनईटांड़ सिघाड़ा तालाब के शुभम का चयन महात्मा गांधी नेशनल फैलोशिप (एमजीएनएफ) में हुआ है। इसके अंतर्गत शुभम को आइआइएम बेंगलुरु से पब्लिक पालिसी मैनेजमेंट एंड रूरल डेवलपमेंट की पढ़ाई करने का मौका मिलेगा। आइआइएम की सारी फीस और रहना खाना मिनिस्ट्री आफ स्किल डेवलपमेंट उठाएगी। सिर्फ यही नहीं प्रथम वर्ष 50 हजार रुपये प्रतिमाह और द्वितीय वर्ष 60 हजार रुपये प्रति माह की दर से स्टाइपेंड भी मिलेगा यह कोर्स दो वर्षीय होगा। आइआइएम से कोर्स करने के बाद शुभम को एक जिले में कार्य करने की जिम्मेवारी भी मिलेगी। आइआइएम बेंगलुरु से प्रशिक्षण लेकर जिला प्रशासन को स्किल डेवलपमेंट और रूरल डेवलपमेंट में मदद करेंगे।

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शुभम ने बताया कि 18 जुलाई को कोलकाता में एमजीएनएफ की लिखित परीक्षा हुई थी। उसके बाद केस एनालिसिस टेस्ट, लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी टेस्ट और पर्सनल इंटरव्यू 25 अगस्त को रांची में हुआ। शुभम ने वर्ष 2018 में चाईबासा इंजीनियरिग कालेज से इंजीनियरिग की पढ़ाई पूरी की है। इसके बाद ईसीआइएल में बतौर जूनियर टेक्निकल आफिसर के पद पर काम किया। अलग-अलग राज्य में जिला प्रशासन के साथ काम करने और चुनाव संपन्न करवाने का अनुभव इंटरव्यू में मददगार साबित हुआ। सिविल सेवा की तैयारी के लिए 2020 में ईसीआइएल से त्यागपत्र दे दिया। कालेज समय से ही सामाजिक कार्यों में काफी रुझान रहा। जरूरतमंद और असहाय बच्चों को निश्शुल्क पढ़ाने पर प्रशस्ति पत्र भी मिल चुका है। शुभम ने बताया कि उन्होंने झारखंड टूरिज्म के लिए एक वेब एप्लीकेशन भी बनाया जो काफी प्रचलित हुआ था। पिता सुधीर कुमार सिन्हा बिजनेसमैन और मां कल्याणी लता सिन्हा बिहार सरकार में कार्यरत हैं। शुभम ने बताया कि प्रशासनिक सेवा में जाकर देश सेवा करना चाहते हैं। झारखंड में 24 जिलों के लिए एक-एक फेलो का चयन हुआ है। शुभम धनबाद से चयनित होने वाले इकलौते हैं। पूरे भारत से 660 फेलो का चयन हुआ है।


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