जाणता राजाः खुले आसमान के नीचे शिवशाही के राजधर्म से रूबरू हुई जनता
पहली बार खुले स्टेज पर भव्यता के साथ नाटक की प्रस्तुति देखने का मौका मिला है। यह ऐसी प्रस्तुति है जहां शिवाजी महाराज को नजदीक से जानने का मौका मिला।
धनबाद, जेएनएन। छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवनी पर आधारित नाटक 'जाणता राजा' जहां लोगों का भरपूर मनोरंजन कर रहा है, वहीं निष्पक्ष न्याय और राजधर्म के नियमों का संदेश भी दे रहा है। एक राजा का अपने राज्य और वहां के लोगों के साथ आचरण, रक्षा का वचन गलत अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई में देरी नहीं करने की नीति बता रहा है। शनिवार की शाम जाणता राजा के दूसरे दिन का शो हुआ। बड़ी संख्या में लोग ने शो का आनंद उ ठाया। नाटक का मंचन देखने के बाद उसकी तारीफ करने से पीछे नहीं हटे।
पहली बार खुले स्टेज पर भव्यता के साथ नाटक की प्रस्तुति देखने का मौका मिला है। यह ऐसी प्रस्तुति है, जहां शिवाजी महाराज को नजदीक से जानने का मौका मिला।
- प्रियंका कुमारी, हाउसिंग कॉलोनी
छत्रपति शिवाजी को किताबों और कहानियों में काफी पढ़ा है, लेकिन नाटक के माध्यम से उनकी जीवनी के जीवंत दर्शन हुए। एक साथ मुगल और अंग्रेज से लोहा लेना आम नहीं।
- नेहा कुमारी, हीरापुर
नाटक में दो तथ्यों को काफी प्रमुखता से उभारा गया है। एक राज्य का निष्पक्ष न्याय और अपने लोगों की रक्षा की जिम्मेवारी। शिवाजी महाराज की युद्ध नीति भी देखने को मिली है।
- राजीव कमल, धनबाद
मल्टीप्लेक्स में फिल्मों की तरह ही यह नाटक भी रहा। पर्दे पर फिल्म देखना से अलग खुली आंखों के सामने कलाकारों का अभिनय सुखद रहा। नाटक आज भी देश की संस्कृति, सभ्यता और इतिहास को समेटे हुए हैं।
- ऋतु सिन्हा, धनबाद
धनबाद के लोगों की नाटकों से दूरी रही है। ऐसे नाटकों ने अपनी कला के प्रति लगाव को भी बढ़ा दिया है। इतिहास को पढऩे से ज्यादा देख कर समझा जा सकता है।
- शोभना नायक, हीरापुर
टीवी और पर्दे की दुनिया के बाहर भी मनोरंजन और ज्ञान का भंडार है। जाणता राजा इसी का उदाहरण है। बच्चों के लिए प्रेरणाप्रद है। ऐसे शो पूरे परिवार के साथ बैठकर देखने का आनंद ही कुछ और है।
- ममता सिंह, बरटांड़