कर्मियों के लिए नौ रुपये कम होगी कोल इंडिया के शेयरों की कीमत
केंद्र सरकार ने कोल इंडिया से अपनी 3.18 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच दी है। यह चालू वित्तीय वर्ष 2018-19 का पहला बड़ा विनिवेश है। इससे सरकारी खजाने को 53 सौ करोड़ रुपये मिलेंगे।
By Edited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 10:00 AM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 12:09 PM (IST)
जागरण संवाददाता, धनबाद: केंद्र सरकार ने कोल इंडिया से अपनी 3.18 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच दी है। यह चालू वित्तीय वर्ष 2018-19 का पहला बड़ा विनिवेश है। सूत्र बताते हैं कि इससे सरकारी खजाने को 53 सौ करोड़ रुपये मिलेंगे।
खुदरा निवेशकों ने 6.19 करोड़ शेयर यानी तय सीमा से 1.56 गुना अधिक शेयरों के लिए बोली लगाई है। उनके लिए खुली पेशकश में 3.96 करोड़ शेयर रखे गए थे। कोल इंडिया के अधिकारी व कर्मियों के लिए अब शेयर खरीदने की अंतिम तिथि 15 नंवबर ( गुरुवार) है। कोल इंडिया प्रबंधन ने इस संबंध में पत्र जारी कर कर्मियों को जागरूक भी किया है। एक शेयर की कीमत 254.22 रुपये है।
बुधवार को कोल इंडिया का एक शेयर का प्राइस 265.30 पैसा था। कोलकर्मियों को करीब आधा फीसद कमीशन बाद कर प्रति शेयर नौ रुपये की बचत होगी। अगर शेयर का प्राइस गिर जाता है उस पर भी कोल कर्मियों को तय राशि का भुगतान शेयर खरीदने के एवज में करना पड़ेगा। कोल इंडिया प्रबंधन ने निदेशक स्तर के अधिकारी को शेयर खरीदने से रोक दिया है। कोल इंडिया का तीन फीसदी शेयर बेचने का निर्णय लिया गया था। तीन फीसद शेयर में 0.6 फीसद शेयर कोल कर्मियों को दिया जाएगा। सरकार की कोल इंडिया में अपनी तीन प्रतिशत हिस्सेदारी यानी 18.62 करोड़ शेयरों को 266 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर बेचने की योजना थी। इससे पहले सरकार ने जनवरी 2015 में कोल इंडिया में 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी बिक्री की थी। उससे सरकार को करीब 23000 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे।
मालूम हो कि कोल इंडिया में कुल 2.92 लाख कोल कर्मी हैं। कितने कर्मियों ने शेयर की खरीदारी की इसका सही आकलन 15 नंवबर को पता चल पाएगा। वैसे इसके लिए कोल इंडिया स्तर पर लेखा विभाग की टीम लगातार काम कर रही है। 2015 में इसके लिए हर कंपनी में आइपीओ सेल बनाया गया था।
खुदरा निवेशकों ने 6.19 करोड़ शेयर यानी तय सीमा से 1.56 गुना अधिक शेयरों के लिए बोली लगाई है। उनके लिए खुली पेशकश में 3.96 करोड़ शेयर रखे गए थे। कोल इंडिया के अधिकारी व कर्मियों के लिए अब शेयर खरीदने की अंतिम तिथि 15 नंवबर ( गुरुवार) है। कोल इंडिया प्रबंधन ने इस संबंध में पत्र जारी कर कर्मियों को जागरूक भी किया है। एक शेयर की कीमत 254.22 रुपये है।
बुधवार को कोल इंडिया का एक शेयर का प्राइस 265.30 पैसा था। कोलकर्मियों को करीब आधा फीसद कमीशन बाद कर प्रति शेयर नौ रुपये की बचत होगी। अगर शेयर का प्राइस गिर जाता है उस पर भी कोल कर्मियों को तय राशि का भुगतान शेयर खरीदने के एवज में करना पड़ेगा। कोल इंडिया प्रबंधन ने निदेशक स्तर के अधिकारी को शेयर खरीदने से रोक दिया है। कोल इंडिया का तीन फीसदी शेयर बेचने का निर्णय लिया गया था। तीन फीसद शेयर में 0.6 फीसद शेयर कोल कर्मियों को दिया जाएगा। सरकार की कोल इंडिया में अपनी तीन प्रतिशत हिस्सेदारी यानी 18.62 करोड़ शेयरों को 266 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर बेचने की योजना थी। इससे पहले सरकार ने जनवरी 2015 में कोल इंडिया में 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी बिक्री की थी। उससे सरकार को करीब 23000 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे।
मालूम हो कि कोल इंडिया में कुल 2.92 लाख कोल कर्मी हैं। कितने कर्मियों ने शेयर की खरीदारी की इसका सही आकलन 15 नंवबर को पता चल पाएगा। वैसे इसके लिए कोल इंडिया स्तर पर लेखा विभाग की टीम लगातार काम कर रही है। 2015 में इसके लिए हर कंपनी में आइपीओ सेल बनाया गया था।
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