खुद पर गोली चलवाकर युवकों को फंसाने वाले कांग्रेस नेता को जेल
खुद पर गोली चलाने का ड्रामा कर झरिया के आधा दर्जन युवकों को फंसाने की कोशिश में कांग्रेस के धनबाद नगर अध्यक्ष बैभव सिन्हा अपने ही बुने जाल में फंस गए।
धनबाद, जेएनएन। खुद पर गोली चलाने का ड्रामा कर झरिया के आधा दर्जन युवकों को फंसाने की कोशिश में कांग्रेस के धनबाद नगर अध्यक्ष बैभव सिन्हा गुरुवार को अपने ही बुने जाल में फंस गए। छानबीन के बाद मामले की सच्चाई जब सामने आई तो पुलिस ने बैभव सिन्हा तथा उनके दो निजी अंगरक्षकों को अवैध हथियार से गोली चलाने व पांच युवकों पर जानलेवा हमला करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
फर्जी हमला कांड में गिरफ्तार किए गए कांग्रेस नेता वैभव सिन्हा और उनके दो समर्थक राहुल दुबे और विकाश दुबे को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया। जेल भेजे जाने से पहले सभी की मेडिकल जांच कराई गई, जबकि हमला करने के आरोप में पकड़े गए छह युवकों को अभी थाने में ही रखा गया है। जब मेडिकल जांच के लिए वैभव सिन्हा को अस्पताल ले जाया जा रहा था, उस वक्त काफी संख्या में एक समुदाय के लोग जुटे थे। इन लोगों ने वैभव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कांग्रेस नेता वैभव सिन्हा के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।
वहीं, बैभव सिन्हा के करीबी शुभम बनर्जी को पुलिस तलाश कर रही है। इस मामले में पुलिस ने बैभव समेत चार नामजद तथा आधा दर्जन से अधिक अज्ञात पर प्राथमिकी की है। बैभव समेत सभी आरोपितों पर दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज हुई है। एक मामले में वादी पुलिस है, जिसमें बैभव समेत उपरोक्त आरोपितों पर आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, दूसरा मामला झरिया निवासी शाहिद ईराकी के बयान पर रंगदारी, मारपीट, जानलेवा हमला की प्राथमिकी दर्ज की गई है।
सिटी एसपी पीयूष पांडेय ने बताया कि दोपहर ढाई बजे के करीब पुलिस को सूचना मिली थी कि धैया स्थित टेस्ट ऑफ एशिया रेस्टोरेंट में मारपीट तथा गोली चलने की घटना हुई है। पुलिस ने वहां देखा कि संचालक बैभव सिन्हा व तथा रेस्टोरेंट कर्मियों ने आधा दर्जन युवक को एक कमरे में बंद कर रखा था। युवकों के साथ काफी मारपीट हुई थी। पूछताछ में युवकों ने अपना नाम शाहिद इराकी, तालिब आलम उर्फ तालिब चौधरी, शोएब हुसैन, सलमान गद्दी, निमेश सिंह नाहोदा बताया। सभी झरिया के रहनेवाले हैं। घटनास्थल पर पुलिस ने दो पिस्टल, चार खोखा एक जिंदा कारतूस तथा कुछ डंडे बरामद किए। एक पिस्टल में गोली मिस फायर होकर फंसी हुई थी।
पूछताछ के दौरान बैभव सिन्हा ने पुलिस को बताया कि उपरोक्त युवक उनके रेस्टोरेंट में प्रतिबंधित मांस खिलाने को कहा तो मना करने पर ये युवक मारपीट करने लगे। युवकों ने पर उन पर फायरिंग भी की परंतु वह बाल-बाल बच गए। जब्त हथियार पकड़े गए उपरोक्त युवकों के हैं। पुलिस ने जब थाना लाकर युवकों से पूछताछ की तो मामला ठीक उल्टा निकला। दरअसल, बैभव सिन्हा व उनके निजी अंगरक्षक राहुल दुबे, विकास दुबे तथा शुभम बनर्जी समेत रेस्टोरेंट के कर्मियों ने मिलकर युवकों के साथ जमकर मारपीट की। बाद में हथियार इन्हीं युवकों का बताकर झूठे मुकदमे में फंसाने की कोशिश की गई।