CBSE 12th Result 2019: बस यह जान लें इस दुनिया में कुछ भी इंपॉसिबल नहीं
97.6 फीसद अंक लानेवाली रिद्धि 10वीं में कार्मल की छात्रा रही हैं। पढ़ाई के साथ उसे गाने गुनगुनाने और डांस के साथ क्रियेटिव राइटिंग का भी काफी शौक है।
धनबाद, जेएनएन। पढ़ाई का टेंशन बिल्कुल मत लो। सब कुछ करो, जिंदादिली से जिओ और कुछ कर दिखाओ, क्योंकि कुछ भी इंपॉसिबल नहीं। यह कहना है डीपीएस की छात्रा रिद्धि सिंह का। 97.6 फीसद अंक लानेवाली रिद्धि 10वीं में कार्मल की छात्रा रही हैं। पढ़ाई के साथ उसे गाने गुनगुनाने और डांस के साथ क्रियेटिव राइटिंग का भी काफी शौक है। क्रिएटिव राइटिंग के लिए उसे 2016 में धनबाद टॉपर के खिताब से भी नवाजा जा चुका है। अब वह एक डॉक्टर बनकर जरुरतमंदों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना चाहती है।
डॉक्टर बनने की तमन्नाः रिद्धि के पिता ब्रज किशोर सिंह बोकारो में आयकर विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर हैं। मां साधना कुमारी अधिवक्ता हैं। पर रिद्धि डॉक्टर बनना चाहती हैं। इसकी एक खास वजह है। दरअसल, अरसे पहले उसने अपने करीबी की जान जाते देखा था और उसी वक्त ठान लिया था कि वह डॉक्टर बनेगी।
घंटों पढ़ाई जरूरी नहीं, क्वालिटी जरूरीः रिद्धि कहती है कि उसने कभी घंटों बैठकर पढ़ाई नहीं की क्योंकि उसका मानना है कि 12 घंटे लगातार अनमने ढंग से पढऩे के बजाय एक घंटे शांत मन से पढऩा ज्यादा बेहतर है।