छात्रवृत्ति घोटाले की आंच कॉलेजों तक पहुंची, आज होगी 41 संस्थानों की जांच
जिले के स्कूलों में हुई छात्रवृत्ति घोटाले की गूंज रांची और दिल्ली तक पहुंच चुकी है। अब इसकी आंच जिले के कॉलेजों पर पड़ने वाली है। उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने बीबीएमकेयू के अधीन धनबाद जिले के सभी कॉलेजों की जांच करने का आदेश दिया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : जिले के स्कूलों में हुई छात्रवृत्ति घोटाले की गूंज रांची और दिल्ली तक पहुंच चुकी है। अब इसकी आंच जिले के कॉलेजों पर पड़ने वाली है। उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने बीबीएमकेयू के अधीन धनबाद जिले के सभी कॉलेजों की जांच करने का आदेश दिया है। इस जांच के लिए विभिन्न विभागों और विवि के पांच अधिकारियों की अलग-अलग टीम बनाई गई है। यह टीम कॉलेजों की संबद्धता, मान्यता, प्रति स्वीकृति और भौतिक सत्यापन कर उपायुक्त को रिपोर्ट देगी। उपायुक्त की ओर से जारी आदेश में यह कहा गया है कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति का वितरण किया जाना है, ऐसे में जरूरी है कि जिन कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों में छात्रवृत्ति देना है, उनकी जांच सुनिश्चित की जाए। जिले के 26 कॉलेजों एवं तीन नर्सिंग स्कूलों की जांच की जिम्मेवारी बीबीएमकेयू के रजिस्ट्रार कर्नल डॉक्टर एमके सिंह और परीक्षा नियंत्रक डॉ. सत्यजीत कुमार सिंह को दिया गया है। इसी प्रकार से जिले के 11 आइटीआइ संस्थानों की जांच श्रम अधीक्षक और आइटीआइ की प्राचार्य करेंगी, जबकि एक अन्य आइटी और मैनेजमेंट से संबंधित संस्थान के जांच की जिम्मेवारी जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी सुनीता तुलस्यान को दिया गया है। यह सारी कार्रवाई शुक्रवार को एक साथ की जाएगी। कॉलेजों में मची खलबली : छात्रवृत्ति भुगतान से पूर्व कॉलेजों की जांच करने संबंधी आदेश आने के बाद से इन संस्थानों में खलबली मची हुई है। अब तक छात्रवृत्ति की राशि भुगतान करने से पूर्व कभी कालेजों और तकनीकी शिक्षण संस्थानों की जांच नहीं होती थी। माना जा रहा है कि यदि यह जांच होती है तो व्यापक पैमाने पर कॉलेजों में भी छात्रवृत्ति संबंधित बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। असमंजस में बीबीएमकेयू अधिकारी : उपायुक्त ने छात्रवृत्ति से संबंधित कॉलेजों की जांच की जिम्मेवारी बीबीएमकेयू के रजिस्ट्रार कर्नल डॉ. एमके सिंह और परीक्षा नियंत्रक डॉ. सत्यजीत सिंह को दिया है। जांच के लिए दी गई तिथि और स्थान ही इन दोनों अधिकारियों के लिए असमंजस की स्थिति पैदा कर रही है। इन अधिकारियों को शुक्रवार को कृष्णा इंस्टीच्यूट ऑफ फार्मेसी, केआइसीएएम नर्सिंग स्कूल और धनबाद स्कूल ऑफ नर्सिंग की भी जांच करनी है। वहीं शुक्रवार को ही समाहरणालय के सभा कक्ष में दिन के 11 बजे से लेकर एक बजे तक 26 कॉलेजों की जांच के लिए इन्हें नियुक्त किया गया है। ऐसे में यह दोनों अधिकारी यह समझ नहीं पा रहे हैं कि एक ही वक्त और तिथि पर दो जगह कैसे उपस्थित हो सकेंगे। इन कॉलेज की होनी है जांच : कतरास कॉलेज कतरास, महुदा इंटर महाविद्यालय, राजगंज डिग्री कॉलेज, राजगंज इंटर कॉलेज, बीबीएम कॉलेज बलियापुर, अहसान आलम मेमोरियल इंटर कॉलेज, एसएसएनएस कॉलेज सिजुआ, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी इंटर कॉलेज, डॉ. बीआर अम्बेडकर इंटर कॉलेज, बीएसके कॉलेज मैथन, स्वामी विवेकानंद इंटर महाविद्यालय, डीपीएलएम प्लस टू हाई स्कूल नावागढ़ और जेएलएन मेमोरियल एसएस स्कूल डिगवाडीह।
जांच के दायरे में ये बीएड कॉलेज भी : बिनोद बिहारी महतो मेमोरियल टीचर्स ट्रेनिग कॉलेज साहुबहियार तोपचांची, शमसूल हक मेमोरियल टीचर्स ट्रेनिग कॉलेज, दामोदर वैली टीचर्स ट्रेनिग कॉलेज, राजीव गांधी मेमोरियल टीचर्स ट्रेनिग कॉलेज, तथागत टीचर्स ट्रेनिग कॉलेज, तैयब मेमोरियल टीचर्स ट्रेनिग कॉलेज, अलइकरा टीचर्स ट्रेनिग कॉलेज, लॉ कॉलेज धनबाद, जीवन टीचर्स ट्रेनिग बस्ताकोला, प्रजन्या बीएड कॉलेज, आरएस टीचर्स ट्रेनिग कॉलेज व कुमार बीएड कॉलेज।
तकनीकी शिक्षण संस्थान : कौशल्या प्राइवेट आइटीआइ, एसपी प्राइवेट आइटीआइ, आइटीआइ धनबाद, केआइसीएएम प्राइवेट आइटीआइ, मां कत्यायनी प्राइवेट आइटीआइ, केके इंडस्ट्रीयल ट्रेनिग इंस्टीच्यूट, केके पॉलीटेक्निक गोविदपुर, प्लेसमेंट प्राइवेट आइटीआइ, आरडी प्राइवेट आइटीआइ, डीसीईटी प्राइवेट आइटीआइ, मां कल्याणी प्राइवेट आइटीआइ और छोटानागपुर इंस्टीच्युट ऑफ आइटी एंड मैनेजमेंट।
नर्सिंग स्कूल : कृष्णा इंस्टीच्यूट ऑफ फार्मेसी, केआइसीएएम नर्सिंग स्कूल और धनबाद स्कूल ऑफ नर्सिंग।