Scam in SBI Shikaripada Branch: जांच के लिए एसपी ने बनाई एसआइटी, गायब बैंक मैनेजर का नहीं चला पता
Scam in SBI Shikaripada Branch पुलिस का कहना है कि इस मामले में आरोपित की गिरफ्तारी जरूरी है। इसके बाद ही पता चल पाएगा कि बैंक में कितने का घोटाला हुआ है और इसमें कितने लोग थे।
दुमका, जेएनएन। Scam in SBI Shikaripada Branch भारतीय स्टेट बैंक की शिकारीपाड़ा की शाखा में प्रारंभिक जांच के दौरान 79 लाख रुपये के घोटाले का पर्दाफाश हुआ। अब इसकी तह तक जाने के लिए एसपी अंबर लाकड़ा ने पांच सदस्यीय स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) बनाई है। रविवार को अवकाश के बाद भी एसबीआइ की एक टीम ने करीब तीन घंटे तक जांच पड़ताल की। पुलिस 10.50 लाख रुपये लेकर भागने वाले शाखा प्रबंधक मनोज कुमार और सफाई कर्मी सुनील मंडल की तलाश में जुटी है। मोबाइल लोकेशन के आधार पर दोनों को खोजा जा रहा है। 50 घंटे के बाद भी दोनों का मोबाइल ऑन नहीं हुआ है।
यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि प्रबंधक ने गबन के लिए किन लोगों के खातों का उपयोग किया है। आधिकारिक रूप से बैंक अधिकारी भी कुछ बोलने को तैयार नहीं। एक अधिकारी ने बताया कि जब तक सारे बाउचर की जांच नहीं हो जाती है तब तक घोटाले की पूरी राशि सामने नहीं आ सकती है। यह करोड़ में भी पहुंच सकता है। जांच में दो-तीन दिन और लग सकते हैैं। इधर, पुलिस का कहना है कि इस मामले में आरोपित की गिरफ्तारी जरूरी है। इसके बाद ही पता चल पाएगा कि बैंक में कितने का घोटाला हुआ है और इसमें कितने लोग थे। जांच के क्रम में रविवार दोपहर दो बजे कैशियर सुधीर बाउरी को लेकर एसबीआइ की टीम बैंक पहुंची। मीडिया के पहुंचने पर अधिकारियों ने अंदर से बैंक को बंद कर दिया। तीन घंटे की जांच के दौरान थाना प्रभारी संजय सुमन भी पहुंचे।
मामले की तह में जाने के लिए पांच सदस्यीय एसआइटी का गठन किया है। आरोपित प्रबंधक की तलाश शुरू कर दी गई है। जल्द ही पता चल जाएगा कि बैंक में लाख या करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है।
-अंबर लाकड़ा, एसपी दुमका।