Cash Collection का Bokaro Steel ने बनाया रिकार्ड, पढ़ें- SAIL की सभी इकाइयों का कैसा रहा प्रदर्शन
SAIL सेल प्रबंधन बाजार में इस्पात की बढ़ती मांग को देखते हुए एचआर क्वायल व सीआर क्वायल के मूल्यों में इजाफा कर दी थी। अक्टूबर माह में रिकार्ड कैश कलेक्शन को देखते हुए प्रबंधन फिर से उत्पादित सामग्री के मूल्यों में बढ़ोतरी के लिए रणनीति तैयार कर रही है।
जागरण संवाददाता, बोकारो। सार्वजनिक क्षेत्र की अग्रणी इस्पात कंपनी स्टील अथॉरिटी आफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) ने अक्टूबर माह में ना सिर्फ रिकार्ड कैश कलेक्शन किया बल्कि तय लक्ष्य से 800 कराेड़ रुपये ज्यादा नकद संग्रह कर कीर्तिमान स्थापित किया है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मानसून व कोरोना काल के बावजूद कंपनी ने तय लक्ष्य 90.00 सौ करोड़ रुपये के एवज में बेहतर कारोबार कर 98.60 सौ करोड़ रुपये का कैश कलेक्शन किया है। इसमें सबसे बड़ी भागीदारी बोकारो इस्पात संयंत्र की है। तैयार माल की आपूर्ति व बिक्री कर नकद संग्रह के मद में 3152.26 करोड़ रुपये जुटा ली है। सेल के इतिहास में यह पहला मौका है जब कोई इस्पात संयंत्र अकेले नकद संग्रह के मद में इतनी बड़ी रकम हासिल की है।
भिलाई और राउरकेला का भी बेहतर प्रदर्शन
भिलाई इस्पात संयंत्र भी नकद संग्रह के मामले में कम नही रहा। कैश कलेक्शन में भिलाई ने बेहतर कारोबार कर 2,518.47 करोड़ रुपये का मुनाफा अर्जित किया है। वही राउरकेला इस्पात संयंत्र भी बेहतर कारोबार कर कैश कलेक्शन के मामले में अपनी साख बरकरार रखी है।
उत्पादित मूल्य में वृद्धि
बता दें कि बीते माह सेल प्रबंधन बाजार में इस्पात की बढ़ती मांग को देखते हुए एचआर क्वायल व सीआर क्वायल के मूल्यों में इजाफा कर दी थी। अक्टूबर माह में रिकार्ड कैश कलेक्शन को देखते हुए प्रबंधन फिर से उत्पादित सामग्री के मूल्यों में बढ़ोतरी के लिए रणनीति तैयार कर रही है। सेल प्रबंधन ने घरेलू माल की बिक्री कर 9,433.21 करोड़ रुपये तथा निर्यात कर 428.39 करोड़ रुपये जुटाई है। जबकि कंपनी का कुल कैश कलेक्शन 9,861.60 करोड़ रुपये का हुआ है।
कहां कितना कैश कलेक्शन
- बोकारो इस्पात संयंत्र - 3,152.26 करोड़।
- भिलाई इस्पात संयंत्र - 2,518.47 करोड़।
- राउरकेला इस्पात संयंत्र - 2,009.45 करोड़।
- बर्नपुर इस्पात संयंत्र - 958.21 करोड़।
- दुर्गापुर इस्पात संयंत्र - 891.62 करोड़।
- सलेम इस्पात संयंत्र - 263.26 करोड़।
- एलॉय इस्पात संयंत्र - 48.34 करोड़।
- भद्रावती इस्पात संयंत्र - 19.99 करोड़ ।