2 साल पहले हुए रिटायर, पर अब तक नहीं मिला सेवानिवृत्ति का लाभ; बीवी-बच्चों के साथ काट रहे निगम के चक्कर Dhanbad News
सुखल कहते हैं कि 40 साल सेवा देने का ये हाल है गरीब की कोई सुनने वाला नहीं है। यह कहानी सिर्फ सुखल की नहीं बल्कि ऐसे 9 लोग हैं जिन्हें दो साल से रिटायरमेंट का पैसा नहीं मिला है।
धनबाद, जेएनएन। Dhanbad Municipal Corporation व्यवस्थागत खामियां देखनी हो तो आप धनबाद नगर निगम कार्यालय आ सकते हैं। किस तरह से एक स्वीपर अपने हक की कमाई के लिए पिछले दो वर्षों से हर सप्ताह नगर निगम की सीढ़ियां चल रहा है, लेकिन बदले में उससे मिलता है तो सिर्फ आश्वासन। आज हो जाएगा, कल हो जाएगा, करते-करते दो साल बीत गए। अब तो सब्र भी जवाब देता जा रहा है। हम यह बात कर रहे हैं पुराना स्टेशन धोबिया तालाब के सुखल बांसफोर की।
नगर निगम में 40 साल बतौर स्वीपर सेवा देने के बाद दो साल पहले सुखल बांसफोर सेवानिवृत्त हुए। रिटायरमेंट की पहली किस्त तीन लाख 26 हजार रुपये मिल गए। लेकिन उसके बाद दो साल से दो किस्त के तौर पर सवा सात लाख रुपए अभी तक नहीं मिल सके हैं। हाल ही में सुखल की पत्नी मुन्नी बांसफोरनी और बेटे जितेंद्र को भी नौकरी से हटा दिया गया।
13 दिन पहले बीमारी के कारण बेटे की भी मौत : मुन्नी वार्ड नंबर 30 में पिछले 9 साल से सफाई का काम कर रही थी। इसी तरह बेटा भी बतौर सफाई कर्मी जुड़ा हुआ था। 13 दिन पहले बीमारी के कारण बेटे की भी मौत हो गई। घर में अब किसी के पास नौकरी नहीं है। दो बेटियां ममता और अंजलि भी बड़ी हो रही हैं। इनकी भी शादी ब्याह का खर्च है। सुखल कहते हैं कि 40 साल सेवा देने के बाद यही हाल है, गरीब की कोई सुनने वाला नहीं है। यह कहानी सिर्फ सुखल की नहीं है, बल्कि नगर निगम के ऐसे 9 सफाई कर्मी हैं जिन्हें दो साल से रिटायरमेंट का पैसा नहीं मिल पाया है।
मेरे संज्ञान में अभी मामला आया है। बड़े बाबू को निर्देश दे दिया गया है कि प्राथमिकता के आधार पर सेवानिवृत्त होने वाले सभी कर्मचारियों का बकाया भुगतान अविलंब करें। एक सप्ताह के अंदर सभी का भुगतान कर दिया जाएगा। -सत्येंद्र कुमार, नगर आयुक्त।