जिलाधिकारी हुए लाल तो स्कूल का रंग हो गया गुलाबी, जानिए Dhanbad News
उपायुक्त अमित कुमार जूनकुदर के चिताडंगाल प्राथमिक विद्यालय के समीप ग्राउंड का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उनकी नजर बदहाल विद्यालय पर पड़ी।
पंचेत, जेएनएन। धरती पर जब बड़े-बड़ों के पांव पड़ते हैं तो कुछ न कुछ कृपा होती ही है। निरसा अंचल के तहत चितलडंगाल प्राथमिक विद्यालय पर भी कृपा हुई है। 13 अक्टूबर को धनबाद के जिलाधिकारी उपायुक्त अमित कुमार जूनकुदर के चिताडंगाल प्राथमिक विद्यालय के समीप ग्राउंड का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उनकी नजर बदहाल विद्यालय पर पड़ी। वे लाल-पीले हुए। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई। विद्यालय की हालत ठीक करने का निर्देश दिया। और अगले 24 घंटे के अंदर विद्यालय का रंग-रोगन हो गया। विद्यालय की दावारें गुलाबी हो गईं।
16 अक्टूबर को मुख्यमंत्री रघुवर दास अपनी जन आशीर्वाद यात्रा का शुभारंभ जूनकुंदर के चितलडंगाल प्राथमिक विद्यालय मैदान से करने जा रहे हैं। सभास्थल की तो भव्य सजावट की जा रही है, लेकिन विद्यालय भवन बदरंग ही था। रविवार को जब डीसी अमित कुमार सभास्थल का निरीक्षण करने पहुंचे थे जो विद्यालय भवन पर उनकी नजर पड़ी थी और भवन की दुर्दशा देख उन्होंने नाराजगी जताई थी और डीएसई को स्कूल भवन का रंगरोगन कराने का आदेश दिया था। सोमवार को डीएसई इंदू भूषण सिंह ने सोमवार को शिक्षिका कुमकुम पाठक से रंगरोगन की जानकारी मांगी। शिक्षिका ने बीसीसीएल ने विद्यालय का रंगरोगन करवा दिया है। सोमवार को विद्यालय भवन गुलाबी रंग में रंगा हुआ था।
डीएसई ने स्कूल में पानी की व्यवस्था के बारे में शिक्षिका से जानकारी ली। शिक्षिका ने कहा कि पीएचईडी को पत्र लिखा गया है। लेकिन विभाग ने गंभीरता नहीं दिखाई। विभाग को फिर पत्र लिखा जाएगा। इधर डीसी के आदेशानुसार सभा स्थल के पास बीसीसीएल के खंडहरनुमा कार्यालय को ध्वस्त किया गया। लेकिन, भवन तोड़ने के क्रम में स्कूल की चहारदीवारी भी गिर गई। रास्ते में उगी झाड़ियों को हटाने के लिए बीसीसीएल को मजदूर उपलब्ध कराने को कहा।
सोमवार को बीडीओ अंनत कुमार, सीओ एमएन मंसूरी के साथ सीवी एरिया के जीएम एसएस दास, कार्मिक प्रबंधक विद्युत साहा, अभिकर्ता प्रदीप कुमार राय, वाशरी जीएम एसएन सिंह, रवि नायर, संजय सिन्हा, चिरकुंडा नगर परिषद अध्यक्ष डबलू बाउरी, प्रदीप अग्रवाल, अजय पासवान, गुड्डू सिंह, रिंटू पाठक, भोला चौहान, राजू रक्षित आदि मौजूद थे।