रेनबो ग्रुप के मालिक धीरेन रवानी की हत्या, हत्यारे को भी भीड़ ने मार डाला
धीरेन के साथ उनके चचेरा भाई शंकर रवानी का पुराना विवाद चल रहा है। दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ तकरीबन आधा दर्जन प्राथमिकी विभिन्न थाने में दर्ज करा रखी है।
धनबाद, जागरण संवाददाता। रेनबो ग्रुप के चेयरमेन धीरेन रवानी की उनके भतीजे कुणाल रवानी ने ही सरेशाम गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देकर भाग रहे आरोपी भतीजे को भीड़ ने पकड़ लिया गया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। पिटाई से जख्मी कुणाल ने भी थोड़ी देर बाद दम तोड़ दिया।
घटना शुक्रवार रात आठ बजे के करीब भौंरा ओपी क्षेत्र के गौरखुंटी के समीप हुई। बताते हैं कि बैंकमोड़ मीठू रोड निवासी धीरेन रवानी गुरुवार को ही सपरिवार मनसा पूजा करने भौंरा स्थित अपने पैतृक आवास गए थे। आठ बजे के करीब वह घर के ठीक सामने कुछ लोगों के साथ बातचीत कर रहे थे। इसी बीच उनके चचेरे भाई शंकर रवानी का बड़ा पुत्र कुणाल रवानी वहां पहुंचा और सीने में दो गोलियां दाग दीं। फायरिंग के बाद वहां भगदड़ मच गई। आसपास के लोग धीरेन रवानी को आननफानन में केंद्रीय अस्पताल ले जाने लगे लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी। इस बीच स्थानीय लोगों ने भाग रहे कुणाल रवानी को भी दौड़ाकर पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई की। फिर उसे सुदामडीह पुलिस के हवाले कर दिया। मारपीट में जख्मी कुणाल को पुलिस पीएमसीएच लेकर पहुंची, मगर वहां डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। पुलिस इस घटना को संपत्ति विवाद का परिणाम मान रही है।
दरअसल धीरेन रवानी के साथ उनके चचेरा भाई शंकर रवानी का पुराना विवाद चल रहा है। दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ तकरीबन आधा दर्जन प्राथमिकी विभिन्न थाने में दर्ज करा रखी है। घटनास्थल से पुलिस ने तीन कारतूस, लोडेड मैगजीन व एक खोखा भी बरामद किया है।
केंद्रीय अस्पताल में हंगामा
धीरेन रवानी की मौत के बाद परिवार वालों के साथ समर्थकों ने केंद्रीय अस्पताल में काफी हंगामा किया। समर्थक पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे यहां तक की समर्थकों ने सरायढेला थानेदार को भी काफी खरीखोटी सुनाई।
यह भी पढ़ें: युवक का शव बरामद, पिता ने 7 लोगों पर लगाया हत्या का आरोप