IRCTC: हे प्रभु ! हमें माफ कर देना, अभी कोरोना वायरस का कहर है
आइआरसीटीसी पटना के क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि इस ट्रेन में जो तीर्थयात्री अपना टिकट बुकिंग करा चुके हैं उन्हें उसी टिकट पर 30 अप्रैल को यात्रा कराया जाएगा।
धनबाद, जेएनएन। हे प्रभु! हमें माफ कर देना, आपके दर्शन को अभी नहीं आ सकते..। जी हां, कुछ ऐसा ही कह रहे हैं दक्षिण भारत की तीर्थ यात्रा पर जानेवाले श्रद्धालु। अगले हफ्ते उनकी धार्मिक यात्रा शुरू होनेवाली थी, मगर कोरोना वायरस के चलते इस पर ब्रेक लग गया है।
24 मार्च को चलने वाली आस्था सर्किट ट्रेन अब 30 अप्रैल को चलेगी। इंडियन रेलवे कैट¨रग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आइआरसीटीसी) ने इस संबंध में सूचना जारी कर दी है। गोमो और बोकारो होकर 24 मार्च को आस्था सर्किट ट्रेन चलने वाली थी, जिसकी बुकिंग पूरी हो चुकी है। बिहार के पूर्णिया कोर्ट से कोडरमा, गोमो और बोकारो होकर दक्षिण भारत तीर्थ यात्रा में सैंकड़ों यात्री जानेवाले थे। इनमें ऐसे तीर्थ यात्री थे, जिन्हें तिरुपति, मदुरई, रामेश्वरम और कन्याकुमारी जैसे तीर्थ स्थलों पर जाना था। इस बीच भारत सरकार ने कोरोना वायरस से बचाव को लेकर निर्देश जारी किए। इसके मद्देनजर आइआरसीटीसी ने इस यात्रा की पूर्व निर्धारित तिथि 24 मार्च को स्थगित कर नई तिथि 30 अप्रैल तय की है।
इसी टिकट पर कर सकेंगे यात्रा
आइआरसीटीसी पटना के क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि इस ट्रेन में जो तीर्थयात्री अपना टिकट बुकिंग करा चुके हैं, उन्हें उसी टिकट पर 30 अप्रैल को यात्रा कराया जाएगा। यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से तिथि विस्तार किया गया है।