धनबाद जेल में छापा बोले तो .. फिर वही कहानी
जेल के अंदर बंद भाजपा विधायक संजीव सिंह के वार्ड की भी तलाशी ली गई।
धनबाद, जेएनएन। जैसा हर बार होता है रविवार की रात भी हुआ। धनबाद जेल में छापामारी के बाद पुलिस लौटी तो हाथ खाली थे। नाहक में बंदियों की नींद और पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों का चैन हराम हुआ।
झारखंड सरकार के निर्देश पर रविवार आधी रात के बाद धनबाद जेल में छापामारी हुई। एसडीएम राज महेश्वरम, सिटी एसपी पीयूष पांडेय, ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर के नेतृत्व में छह थानेदार और 130 जवान जेल के अंदर घुसे। छापामारी भोर तक चली। जेल के अंदर बंद भाजपा विधायक संजीव सिंह समेत पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के आरोपितों के वार्ड की भी तलाशी ली गई। जब छापामारी शुरू हुई तब जेल के अंदर अधिकतर बंदी गहरी नींद में सोए हुए थे। बंदियों को जगा जगाकर वार्ड की तलाशी ली गई। कारा के अंदर अस्पताल में भी तलाशी ली गई। रविवार की रात धनबाद के साथ ही राज्य के सभी जेलों के अंदर भी छापामारी हुई। दो माह पहले भी धनबाद जेल में छापेमारी हुई थी तो पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगे थे। जब भी छापेमारी होती है पुलिस खाली हाथ ही जेल से निकलती है।