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रघुवर दास ने दी हेमंत सोरेन को चुनौती, कहा- कल से लागू करें 1932 का कानून, खतियान जोहार को बताया सीएम का ढोंग

जमशेदपुर के भालूबासा स्थित आशीष किशोर संघ में गुरुवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पूर्व मुख्‍यमंत्री रघुवर दास वर्तमान प्रदेश मुखिया हेमंत सोरेन पर जमकर बरसे और उनकी खतियात्रा जोहार यात्रा को ढोंग बताया। साथ ही उन्‍होंने परिवारवाद पर भी अपनी बात रखी।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenPublished: Thu, 02 Feb 2023 05:09 PM (IST)Updated: Thu, 02 Feb 2023 05:09 PM (IST)
रघुवर दास ने दी हेमंत सोरेन को चुनौती, कहा- कल से लागू करें 1932 का कानून, खतियान जोहार को बताया सीएम का ढोंग
रघुवर दास ने हेमंत सोरेन के खतियानी जोहार यात्रा को ढोंग बताया

वेंकटेश्‍वर राव, जमशेदपुर। पूर्व मुख्यमंत्री रघवुर दास ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की खतियानी जोहार यात्रा को ढोंग बताते हुए कहा कि मैं हेमंत सरकार को चुनौती देता हूं, वह कल से 1932 का खतियान आधारित स्थानीयता लागू करके दिखाए। बहुमत की सरकार है, किसने रोका है। संविधान में राज्य सरकार को कानून बनाने का अधिकार है। आप केंद्र सरकार को विधेयक क्यों भेज रहे हैं।

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जोहार यात्रा से लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं सीएम: रघवुर दास

भालूबासा स्थित आशीष किशोर संघ में गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में रघुवर ने कहा कि मेरी सरकार ने 1985 के कटआफ डेट पर स्थानीयता नीति लागू की थी। हमने एक लाख नौकरी भी दी, जबकि हेमंत सरकार में तीन वर्ष में मात्र 357 नौकरी मिली है। उन्होंने कहा कि जोहार यात्रा से मुख्यमंत्री झारखंड के सभी लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं।

खतियान पर स्‍थानीयता नीति नहीं हो सकता लागू: रघुवर दास

1932 के खतियान पर किसी को नौकरी नहीं मिलेगी। यह बात हेमंत सोरेन ने 21 फरवरी 2021 को विधानसभा में स्वयं कही थी। उन्होंने कहा था कि 1932 के खतियान पर हम स्थानीयता नीति लागू नहीं कर सकते। कोर्ट में यह नहीं टिकेगा। यह मुख्यमंत्री भली-भांति जानते हैं, इसलिए इस सरकार ने अभी तक 1985 वाला कानून रद नहीं किया है। अभी भी उसी कानून से नौकरी दी जा रही है।

पूर्व मुख्‍यमंत्री ने हेमंत सोरेन को इस बात की चुनौती

भाजपा ने यह कानून बनाया था कि तृतीय व चतुर्थ वर्ग की नौकरी सिर्फ और सिर्फ स्थानीय लोगों को मिलनी चाहिए। हेमंत सरकार भाजपा के शासनकान में बाहरी लोगों को नौकरी देने का आरोप लगाती है। मैं बता दूं कि एक लाख नौकरी में 95 प्रतिशत स्थानीय थे। रघुवर ने कहा कि मैं हेमंत सरकार को यह भी चुनौती देता हूं कि वह तीन वर्ष में एक भी योजना बता दे, जिसका शिलान्यास व उदघाटन दोनों किया हो।

दुमका में सिर्फ परिवार की तस्वीर

पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पत्रकारों के एक सवाल पर कहा कि भाजपा इस सरकार को गिराने का कोई प्रयास नहीं कर रही है, न करेगी। इस सरकार को इन्हीं के विधायकों से खतरा है। लोबिन हेम्ब्रम भी 1932 का विरोध कर रहे हैं और झारखंड बचाओ आंदोलन चला रहे है। दुमका में झामुमाे का जो अधिवेशन चल रहा है, उसके बैनर में गुरुजी शिबू सोरेन, मुख्यमंत्री और उनके भाई बसंत सोरेन की तस्वीर है। परिवारवाद की वजह से इनके विधायक नाराज हैं। रघुवर ने कहा कि इन्हें अपने विधायकों पर इतना ही भरोसा है, तो छत्तीसगढ़ लेकर क्यों भागे थे। इन्हें यह भी बताना चाहिए कि छत्तीसगढ़ ले जाकर विधायकों को क्या-क्या दिया।

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