अकेली लड़की को देख अजगर ने आगोश में लिया, जानिए फिर क्या हुआ
धनबाद जिले के तोपचांची प्रखंड के सुकुडीह गांव की 12 वर्षीय हदिका शुक्रवार सुबह-सुबह उठने के बाद मुंह-हाथ धोने के लिए घर के सामने स्थित कुएं पर आंख मलती हुई पहुंची।
धनबाद, जेएनएन। हदिका फना के लिए शुक्रवार की सुबह किसी भयानक सपना से कम न था। उसकी आंखें पूरी तरह खुली भी नहीं थी कि विशाल अजगर ने अपने आगोश में ले लिया। वह जमीन पर गिरी पड़ी थीं और निगलने के लिए अजगर अपनी जकड़ में लेता जा रहा था। हदिका की चीख ने बहादुरी का काम किया। राहगीरों ने रूककर देखा तो सामने रूह कंपाने वाला भयानक दृश्य था-अजगर के कब्जे में लड़की अंतिम सांसें गिन रही थी। उसे बचाने के लिए राहगीरों ने दूर से ही अजगर पर ईंट-पत्थर बरसाने लगे। और चोट खाकर अजगर ने जकड़ ढीली की तो लड़की की जान बच गई।
अजगर की जकड़ से मुक्त होने के बाद भी हदिका के मन-मस्तिष्क में खौफ बरकरार है। धनबाद जिले के तोपचांची प्रखंड के सुकुडीह गांव की 12 वर्षीय हदिका शुक्रवार सुबह-सुबह उठने के बाद मुंह-हाथ धोने के लिए घर के सामने स्थित कुएं पर आंख मलती हुई पहुंची। अचानक उसपर अजगर ने हमला बोल दिया। अजगर ने उसे आगोश में ले लिया। वह समझ नहीं पा रही थी कि आखिर क्या हुआ है? उसने चीखना शुरू किया। सुबह का समय होने के कारण अभी उसके घर के सभी लोग सोए हुए थे। उसकी आवाज सुन राहगीरों ने किसी तरह से अजगर से जान बचाई। इसके बाद घर वालों को उठाया गया तो वह दंग रह गए।
लड़की को अपनी जकड़ से मुक्त करने के बाद भी करीब 20 फीट लंबा अजगर तोपचांची प्रखंड के सुकुडीह गांव से हिला नहीं। वह कुएं पर ही जमा रहा। इसके बाद गांव वालों के गोमो के स्नैक रेस्क्यू टीम लीडर सुब्रतो दे उर्फ वापी दा को सूचना दी गई। वापी अपने साथियों के साथ पहुंच अजगर को काबू किया। अजगर को तोपाचांची जंगल में ले जाकर छोड़ दिया गया।