आउटसोर्सिंग कंपनी का कैंप बनाने का ग्रामीणों ने किया विरोध
तिसरा आउटसोर्सिंग परियोजना का कैंप बनाने के लिए जमीन को समतल करने के लिए डोजर लेकर
तिसरा : आउटसोर्सिंग परियोजना का कैंप बनाने के लिए जमीन को समतल करने के लिए डोजर लेकर बुधवार को गोलकडीह डिपू धौड़ा पहुंचे बीसीसीएल के चालक को ग्रामीणों ने खदेड़ दिया। पुरजोर विरोध के कारण आउटसोर्सिंग प्रबंधन व बीसीसीएल के लोग बिना काम किए लौट गए। ग्रामीणों ने प्रबंधन से पुनर्वास और नियोजन की मांग की।
बताते हैं कि लोदना क्षेत्र के कुजामा सीके डब्ल्यू साइडिग के पास आउटसोर्सिंग परियोजना शुरू होनी है। पहले भी इसका विरोध ग्रामीण कर चुके हैं। आज आउटसोर्सिंग के निदेशक के सिंह समर्थकों के साथ डिपू धौड़ा के पास कैंप बनाने के लिए डोजर लेकर पहुंचे। जैसे ही डोजर से काम चालू हुआ। बगल की बस्ती के लोग मौके पर पहुंचकर विरोध करने लगे। महिलाएं मशीन के आगे आ गई। उन्हें किसी तरह समझाकर हटाया गया।
महिलाओं का कहना था कि हम लोगों को पहले रोजगार और घर की व्यवस्था प्रबंधन करें। इसके बाद ही काम चालू कराएं। यहां पर आउटसोर्सिंग चलने से हम लोगों का घर उजड़ जाएगा। पहले वार्ता की जाए। सूचना मिलने पर बीसीकेयू के एरिया सचिव शिव कुमार सिंह भी पहुंचे। कहा कि बिना वार्ता के काम शुरू नहीं होने देंगे। प्रबंधन पहले वार्ता करे। इसके बाद काम चालू करें। ऐसा नहीं हुआ तो पुरजोर विरोध किया जाएगा। राजेंद्र पासवान ने कहा के आउटसोर्सिंग चलने से बस्ती के साथ साइडिग भी उजड़ जाएगी। इसलिए पहले सभी मुद्दों पर बात होनी चाहिए। इसके बाद ही काम चालू किया जाए। कहा कि यहां 246 असंगठित मजदूरो की रोजी-रोटी का सवाल है।
मौके पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए तिसरा थाना के अधिकारी आशीष यादव भी थे। आउटसोर्सिंग के अधिकारियों का कहना है कि देश के लिए कोयला जरूरी है। देशहित में उत्पादन करना है। कोयला निकलेगा तभी रोजगार भी मिलेगा। नियम के तहत परियोजना से जो लोग प्रभावित होंगे। उनको आउटसोर्सिंग में रोजगार की प्राथमिकता दी जाएगी। विरोध या प्रदर्शन समस्या का समाधान नहीं है। बातचीत कर हल करेंगे।