DMC: बिजली विभाग की प्राइवेट एजेंसियाेंं ने नगर निगम के मेहनत पर फेरा पानी, जमीन खोद लगा दिया मिट्टी का ढेर
सरकारी तंत्र का पैसा कैसे बर्बाद होता है इसका जीता जागता उदाहरण धनबाद में देखने को मिलेगा। पूरा देश स्वच्छ भारत अभियान के मिशन को पूरा करने में लगा है। धनबाद में नगर निगम भी सफाई अभियान छेड़े हुए है।
धनबाद, जेएनएन : सरकारी तंत्र का पैसा कैसे बर्बाद होता है, इसका जीता जागता उदाहरण धनबाद में देखने को मिलेगा। पूरा देश स्वच्छ भारत अभियान के मिशन को पूरा करने में लगा है। धनबाद में नगर निगम भी सफाई अभियान छेड़े हुए है। इसी बीच बिजली विभाग की प्राइवेट एजेंसियां स्वच्छता के इस मिशन को बर्बाद करने में लगी है। हम बात कर रहे हैं मटकुरिया से पुटकी तक सफाई अभियान की। यहां नगर निगम ने एक सप्ताह सड़क किनारे कचरे की सफाई की। इसमें 50 ट्रैक्टर लगभग 90 टन सिर्फ मिट्टी निकली। एक दिन बाद ही अंडरग्राउंड केबलिंग करने वाली एजेंसी ने निगम के इस सफाई अभियान को धता बताते हुए सड़क खोद डाली है। एक बार फिर से मिट्टी का ढेर हो गया है। मटकुरिया चेकपोस्ट से लेकर पुटकी तक सड़क के दोनों ओर 30 लेबर, दो जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर लगाकर सड़क से मिट्टी हटाई गई। यहां के स्थानीय लोग अक्सर शिकायत करते थे कि पूरा इलाका धूल-मिट्टी से पटा पड़ा है। सफाई के नाम पर कभी-कभी पानी का छिड़काव जरूर हो जा रहा है। इसके बाद नगर निगम ने संज्ञान लिया और छाताटांड़ अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी कुणाल कुमार सिंह के नेतृत्व में एक सप्ताह तक विशेष सफाई अभियान चलाया।
सफाई पर फूंक दिए लाखों रुपये
एक सप्ताह तक चले सफाई अभियान पर नगर निगम ने लाखों रुपये फूंक दिए। दो जेसीबी और 50 ट्रैक्टर मिट्टी हटाने पर ही 300 लीटर से अधिक डीजल खर्च हो गया। नगर निगम के 30 सफाई कर्मी एक सप्ताह तक इसी इलाके में सफाई करते रहे। यह सब देखने के बाद भी बिजली विभाग से रहा नहीं गया और केबलिंग के लिए सड़क खोद दी। मिट्टी सड़क किनारे बिखरी पड़ी है।