लोगों की थालियों से गायब हो रही हरी सब्जियां, दलहन में भी उछाल; दाम और बढ़ने के आसार Dhanbad News
धनबाद के बाजार में कोई भी सब्जी 50 रुपये किलो से कम नहीं है। प्याज की कीमतें क्या बढ़ी मूली भी इठलाने लगी है। इसकी वजह से गृहणियों के घर का बजट ही बिगड़ गया।
धनबाद, जेएनएन। कोयलांचल के बाजारों में सब्जियों की कीमत क्या बढ़ी गृहणियों का बजट ही बिगड़ गया। रसोई वीरान सी दिखने लगी है। ये हाल कमोवेश सभी वर्ग के लोगों का है। बाजार में कोई भी सब्जी 50 रुपये किलो से कम नहीं है। प्याज की कीमत क्या बढ़ी, मूली भी इठलाने लगी है। थोक मंडियों में सब्जियों की आवक कम होने से इसका सीधा असर खुदरा बाजारों में दिख रहा है।
व्यापारियों का कहना है कि अक्टूबर माह में भारी बारिश के कारण फसल की पैदावार पूरी तरह बर्बाद हो गई। इसी कारण सब्जियों की कीमत आसमान छू रही हैं। कोयलाचल में हरी सब्जियों की आपूर्ति ज्यादातर पं बंगाल के विभिन्न इलाकों से होती है। हर साल सर्दी के महीनों में सब्जियों के भाव कम हो जाते हैं, लेकिन इस वर्ष नवंबर के महीने से ही सब्जियों की कीमतों में उछाल है। यही स्थिति रही तो दिसंबर माह के अंत तक इसके भाव दोगुने हो जाएंगे।
मालूम हो कि पिछले कई दिनों से सब्जियों के दाम बढ़ते जा रहे हैं। अब तो यह आम लोगों की पहुंच से बाहर हो गई है। जिस बजट से पूरे परिवार का खर्च चलता था, अब केवल सब्जी व दलहन पर ही खर्च हो रहे हैं। ऐसे में आम लोगों ने तो सब्जियां खाने से ही तौबा कर लिया है। सस्ता होने के कारण अधिकतर लोग आलू खाने को ही मजबूर हैं। बाजार में आलू ही है जो 12 से 15 रुपये प्रति किलो की दर से मिल रहा है।
सब्जियों के भाव प्रति किलो खुदरा बाजार भाव :
- टमाटर 40-50
- करेला 50-60
- शिमला मिर्च 100-120
- लहसुन 200-250
- मिर्च 60-70
- आदि 100-120
- धनिया पत्ता 200-220
- नेनुआ 50-60
- खीरा 50-60
- बरबट्टी 40-50
- झींगा 50-60
- पटल 50-60
- भिंडी 70-80
- कद्दू 30-40
- मटर 140-160
- गाजर 120-140
- बैगन 50-60
- नया आलू 25-30
- प्याज 70-80 रुपए
दाल-दलहन के भाव प्रति किलो खुदरा बाजार भाव
- अरहर दाल- 90
- मसूर दाल- 60
- चना दाल- 64
- चना- 56
- राजमा- 90
- मूंग दाल- 90
- हरा मूंग- 90
- आटा- 26
- सरसों तेल- 100
- रिफाइन तेल- 90
सब्जी के साथ आदि, लहसुन, नींबू, मिर्च की दर में भी तेजी
थोक सब्जी विक्रेता विक्की साहू ने कहा कि सब्जी के साथ आदि, लहसुन, नींबू, मिर्च की दर में भी तेजी आई हैं। क्षेत्र में इसकी फसल नहीं होने से अन्य राज्यों से मनाया जाता है। लहसुन यूपी, राजस्थान व मिर्च कटिहार व मालदा से आता है। लोकल आवक घटने और बाहर से सब्जियां महंगी आने की वजह से ही हरी सब्जियों में तेजी आई है।
शादी का सीजन आने से और बढ़ेगी सब्जियों की कीमत
पुराना बाजार के थोक सब्जी विक्रेता सुनील भगत ने कहा कि विगत एक माह पहले हुई बारिश की वजह से सब्जियों की फसल बर्बाद हो चुकी है। पड़ोसी राज्यों से सब्जी कोयलान्चल के बाजार में आ रही है। इसी वजह से सर्दी के महीने में सब्जियों की कीमतों में उछाल आई है। शादी का सीजन आने की वजह से सब्जियों की कीमत और बढ़ सकती है।