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बैंकमोड जेवर हाउस डाका कांड में मिरचैया गैंग का सरगना अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर

26 सितंबर 2020 को बैंकमोड़ स्थित जेवर हाउस दुकान से 25 लाख की जेवरात डकैती मामले में पुलिस पूरे गैंग को नहीं पकड़ पाई है। मिरचैया गैंग के सरगना समेत तीन अपराधी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। दो अपराधियों को नवादा से जेल भेजा गया है

By Atul SinghEdited By: Published: Thu, 22 Jul 2021 05:59 PM (IST)Updated: Thu, 22 Jul 2021 06:26 PM (IST)
बैंकमोड जेवर हाउस डाका कांड में मिरचैया गैंग का सरगना अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर
दो अपराधियों को नवादा से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में तो जेल भेजा गया है

जासं, धनबाद: 26 सितंबर 2020 को बैंकमोड़ स्थित जेवर हाउस दुकान से 25 लाख की जेवरात डकैती मामले में पुलिस पूरे गैंग को नहीं पकड़ पाई है। मिरचैया गैंग के सरगना समेत तीन अपराधी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। इस कांड में दो अपराधियों को नवादा से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में तो जेल भेजा गया है पर लूटे गए जेवरात अब तक बरामद नहीं हुए हैं। इस घटना को लेकर बैंकमोड़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के विरोध पर बैंकमोड़ के पूर्व थाना प्रभारी वीर कुमार को तो लाइन क्लोज कर दिया गया था। पर नए थानेदार के आने के बाद भी केस का पटाक्षेप नहीं हो पाया। इस घटना के कुछ ही दिनों तक पुलिस अपराधियों की धरपकड़ के लिए भागम भाग की इसके बाद समय बीतता गया और पुलिस शिथिल पड़ गई। गैंग के सरगना या लूटे गए जेवरात बरामदगी को लेकर पुलिस की ओर से कोई कार्यवाही अब नहीं दिख रही है। जबकि पुलिस को शक था कि लूटे गए जेवरात हाजीपुर के मिरचैया गिरोह के लालबाबू साहनी, प्रेम साहनी तथा गैंग के सरगना अभिषेक के पास है। इसी आस में पुलिस तीनों को ढूंढ रही थी। पर अब ढूंढना बंद कर दिया। अभिषेक नवादा का रहने वाला है। पुलिस ने इसी गिरोह के दो अपराधी पवन कुमार वर्मा तथा गौतम कुमार को नवादा से गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार दोनों ने घटना में संलिप्तता स्वीकार की थी। पूछताछ में गिरोह के अन्य साथियों का नाम भी बताया था। उसके निशानदेही पर पुलिस पटना, हाजीपुर नवादा समेत कई जगहों पर छापेमारी की थी। पुलिस को शक था कि बैंकमोड़ से लूटे गए जेवरात प्रेम साहनी व अभिषेक के पास है। इसी आस में दोनों को पुलिस काफी दिनों तक ढूंढती। नवादा में गिरफ्तार गौतम कुमार व पवन कुमार वर्मा को ट्रांजिट रिमांड पर धनबाद लाने और दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के बाद पुलिस चुपचाप बैठ गई है।

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