10 लाख की डकैती में शामिल अपराधियों की तलाश में 10 कदम भी नहीं चल सकी पुलिस, किसी से पूछताछ नहीं
पुलिस को इस कांड में लोकल अपराधियों के हाथ होने की आंशका है पर अपराधियों को गिरफ्तार करना तो दूर किसी संदिग्ध को भी हिरासत में लेकर पूछताछ नहीं कर पाई है। बीते कुछ महीनों में हुई डकैती की अन्य कई वारदातों में भी पुलिस के हाथ खाली हैं।
जेएनएन, धनबाद: चार माह पूर्व बरवाअड्डा भेलाटाड़ पानी टंकी रोड स्थित गोपी कृष्णा इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के बिजली गोदाम में तकरीबन 10 लाख की डकैती मामले में पुलिस अब तक अपराधियों को नहीं ढूंढ़ पाई है। कहा जा सकता है कि अनुसंधान के नाम पर पुलिस 10 कदम भी नहीं चल पाई है।
पुलिस को इस कांड में लोकल अपराधियों के हाथ होने की आंशका है, पर अपराधियों को गिरफ्तार करना तो दूर किसी संदिग्ध को भी हिरासत में लेकर पूछताछ नहीं कर पाई है। केवल यही नहीं, बीते कुछ महीनों में अपरािधियों द्वारा शहर में अंजाम दी गई डकैती की अन्य कई वारदातों में भी पुलिस के हाथ खाली हैं। बुधवार को एसएसपी असीम विक्रांत मिंज ने क्राइम मीटिंग के दौरान डकैती, लूट के पुराने मामले में अपराधियों की गिरफ्तारी का आदेश सभी थानेदारों को दिया है। एडीजी अतुल वर्मा के आवास में डकैती की घटना को लेकर भी पुलिस अब तक किसी भी अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई।
सुरक्षा गार्ड को बंधक बना कर लूटी थी संपत्ति: मालूम हो कि हथियार बंद दर्जन भर अपराधियों ने कृष्णा कंस्ट्रक्शन कंपनी के गोदाम में धावा बोला था। सुरक्षा गार्ड को बंधक बनाकर तकरीबन 10 लाख की संपत्ति लूट लिए थे। सभी अपराधी दीवार फांद कर गोदाम परिसर के अंदर घुस थे और हथियार का भय दिखाकर सुरक्षागार्ड बिहारी बाबू, विपीन महतो एवं सुनिल कुमार सिंह को बंधक बना लिया था। लूटपाट के दौरान अपराधी सुरक्षा गार्ड के मोबाइल फोन भी छीन लिए थे। इसके बाद तीनो गार्ड को एक कमरे मे बैठाकर गोली मारी देने की धमकी भी दी थी। दो लूटपाट करने के बाद जब अपराधी चले गए। तभी किसी प्रकार सुरक्षा गार्ड कंपनी के सुपरवाइजर को घटना की सूचना दी । इसके बाद सुपरवाइजर ने बरवाअड्डा थाना में डकैती की प्राथमिकी दर्ज कराई।