कनकनी डकैती कांड का 24 घंटे के अंदर पुलिस ने किया उछ्वेदन, तीन गिरफ्तार, नकदी व सामान बरामद
लोयाबाद कनकनी में शिक्षक के घर हुई डकैती के मामले का 24 घंटे के अंदर उद्भेदन करने का दावा पुलिस ने किया है। इस घटना को पांच अपराधियों ने अंजाम दिया था।
लोयाबाद : कनकनी में शिक्षक के घर हुई डकैती के मामले का 24 घंटे के अंदर उद्भेदन करने का दावा पुलिस ने किया है। इस घटना को पांच अपराधियों ने अंजाम दिया था। पुलिस ने संदीप तुरी, जुबैर अंसारी व अनिल रविदास (तीनों मदनाडीह) को गिरफ्तार किया है। गिरोह का सरगना शंकर वर्मा (भागा) और हैदर अंसारी (तिलैया कतरास) को बताया है, जो पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस ने लूटी गई रकम में से चार हजार 250 रुपये, एक मोबाइल, घड़ी व रोल गोल्ड ज्वेलरी बरामद किया है। यह जानकारी रविवार को लोयाबाद थाना में डीएसपी जगदीश प्रसाद ने पत्रकारों को दी। पुलिस ने बरामद सामान की पहचान शिक्षक व उसकी पत्नी से करायी। डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उन्होंने कहा कि अनुसंधान के क्रम में चिह्नित व हाल में जेल से छूटे अपराधियों के आवास पर छापेमारी की गई। इस दौरान संदीप तुरी पकड़ में आया, जो हाल में जेल से छूटकर आया है। संदीप से सख्ती से पूछताछ करने पर अपने जुर्म को स्वीकार करते हुए डकैती कांड में शामिल अन्य साथियों का नाम और पता बताया। उसी के निशानदेही पर जुबैर अंसारी, अनिल रविदास, हैदर अंसारी और शंकर वर्मा के आवास पर दबिश दी गई। उन्होंने कहा कि संदीप तुरी के पास से नकद 2750 रुपये, रोल गोल्ड की छह अंगूठी, दो चूड़ी, एक जोड़ा झुमका, पांच चैन तथा जुबैर अंसारी के पास से एक घड़ी, 15 सौ रुपये नकद तथा रोल गोल्ड का एक चूड़ी जब्त किया। डीएसपी ने बताया कि अपराधियों द्वारा लूटे गए सोने के आभूषण भागाबांध के कारोबारी के हाथों बेचा है। शीघ्र ही उस कारोबारी को गिरफ्तार किया जाएगा। मालूम हो कि शुक्रवार की रात में कनकनी निवासी व निजी विद्यालय के शिक्षक सूर्यमल सिंह के आवास में अपराधियों ने पति-पत्नी को बंधक बनाकर डकैती की थी। 32 हजार रुपये नकद, मोबाइल सहित ढाई लाख रुपये के आभूषण लूट लिया था। छापेमारी में इंस्पेक्टर हरिशंकर सिंह, थानेदार रमेशचंद्र सिंह, प्रशिक्षु दरोगा निलेश सिंह, अमित मार्की व पुलिस बल शामिल थे। = कुख्यात और नवोदित अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया था : डीएसपी ने बताया कि इस कांड को कुख्यात और नवोदित अपराधियों ने अंजाम दिया है। संदीप हैदर और शंकर कई बार जेल जा चुका है। जुबैर और अनिल पहली बार इस घटना में गया था, लेकिन घटना के वक्त वह भाग गया था। लूटे गए सामानों के बंटवारे में उसे भी हिस्सा मिला है।