Corona में रूप बदलने की क्षमता; PMCH के प्राचार्य ने कहा- कुछ दिनों के लिए मांस का सेवन त्याग दें Dhanbad News
डॉ. शैलेंद्र कुमार ने कहा कि कोरोना कैसे व किस जानवर से फैला है अभी तक इस पर कोई पुख्ता सबूत नहीं मिल पाया है। चीन सहित दुनिया भर के वैज्ञानिक इस पर शोध में लगे हुए हैं।
धनबाद, जेएनएन। बैक्टेरिया की तुलना में वायरस काफी खतरनाक माने जाते हैं। वायरस में समय के साथ अपने रूप को बदल लेने की क्षमता होती है। यही कारण है कि मेडिकल साइंस में वायरस पर ज्यादा काम नहीं हो पाया है। ज्यादातर वायरस से होने वाली बीमारियों पर दवाएं काम नहीं करती हैं। इसके लिए वैक्सीन ही एकमात्र संक्रमण से बचाव का उपाए है। कोरोना वायरस भी ऐसा ही है। कोरोना बिल्कुल नया वायरस है। यह बातें पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ शैलेंद्र कुमार ने सोमवार को जागरण विमर्श में बतौर अतिथि कही।
उन्होंने कहा कि यह कैसे व किस जानवर से फैला है, अभी तक इस पर कोई पुख्ता सबूत नहीं मिल पाया है। चीन के साथ दुनिया भर के वैज्ञानिक इस पर शोध में लगे हुए हैं। धनबाद में अभी तक कोरोना का कोई मामला नहीं आया है। उन्होंने कहा कि लोगों को इससे भयभीत होने की जरूरत नहीं है। हालांकि एहतियात जरूर बरतें। धनबाद में स्वास्थ्य विभाग एलर्ट पर हैं। इसके लिए पीएमसीएच में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है।
हवा में मृत, शरीर में जाते ही जीवित हो जाते हैं वायरस
डॉ. शैलेंद्र ने बताया कि वायरस में कई गुण होते हैं, जब वह बाहर (हवा) में होते हैं, तो वह मृत की अवस्था में होती है, लेकिन जैसे ही मानव शरीर के अंदर वायरस प्रवेश करता है, तब वह शरीर में जीवित हो जाता है। वायरस मानव शरीर की कोशिका में प्रवेश कर अपना रूप बदल लेता है। कोरोना भी इसी तरह का वायरस है, जिसपर अभी शोध जारी है।
गला को नहीं सूखने दें, मांसाहारी से दूरी बनायें
पीएमसीएच के प्राचार्य ने कहा कि आम तौर पर देखा गया है कि सूखे गला में वायरस का संक्रमण तेजी से फैलता है। ऐसे में कोशिश करें कि गला को सूखा नहीं रखें। बीच-बीच में थोड़ा पानी जरूर पिते रहें। डॉ. शैलेंद्र ने यह भी कहा कि यदी कुछ दिनों के लिए मांस का सेवन त्याग कर दें तो ज्यादा अच्छा रहेगा। हालांकि यह महज एहतियातन है।
इन बातों का रखें ख्याल
- अपने हाथों को हमेशा साफ रखें
- पांच-छह माह के लिए विदेश जाने के प्लान कैंसल कर दें।
- भीड़-भाड़ वाले इलाके में नहीं जायें।
- हाथ में चेहरा पर ज्यादा नहीं फेरे।
- उंगली से कान, आंख्र, नाक में नहीं खोदें
- सर्दी, बुखार, बदन दर्द ज्यादा दिनों तक रहे तो चिकित्सकों को जरूर दिखायें।
कोरोना के लक्षण
- गले में दर्द
- नाक का बहना
- खांसी, बुखार होना
- सांस लेने में दिक्कत होना