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स्वास्थ्य मंत्री का आश्वासन भी नहीं आया काम, नाराज पीएमसीएच की नर्सों ने किया हंगामा Dhanbad News

कोरोना से लड़ाई में नर्सें जान-जोखिम में डालकर काम कर रहीं हैं। वे सुरक्षा और मानदेय में वृद्धि चाहती हैं। नर्सों ने बताया कि पिछले हफ्ते प्रबंधन के साथ वार्ता हुई थी।

By MritunjayEdited By: Published: Mon, 27 Apr 2020 01:54 PM (IST)Updated: Mon, 27 Apr 2020 05:42 PM (IST)
स्वास्थ्य मंत्री का आश्वासन भी नहीं आया काम, नाराज पीएमसीएच की नर्सों ने किया हंगामा Dhanbad News
स्वास्थ्य मंत्री का आश्वासन भी नहीं आया काम, नाराज पीएमसीएच की नर्सों ने किया हंगामा Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। मानदेय में बढ़ोतरी और बीमा की मांग को लेकर अनुबंध पर पीएमसीएच में कार्यरत नर्सों ने सोमवार सुबह हंगामा किया। सुबह 8 से 10 बजे तक लगभग 2 घंटे तक काम ठप रखा। इसके बाद पीएमसीएच प्रबंधन और आउटसोर्सिंग एजेंसी के पदाधिकारियों के समझाने-बुझाने के बाद मामला शांत हुआ। नर्सों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं हुई तो फिर आंदोलन होगा। 

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कोरोना से लड़ाई में नर्सें जान-जोखिम में डालकर काम कर रहीं हैं। वे सुरक्षा और मानदेय में वृद्धि चाहती हैं। नर्सों ने बताया कि पिछले हफ्ते प्रबंधन के साथ वार्ता हुई थी। एसडीओ को पत्र भी लिखा गया था, लेकिन 1 सप्ताह गुजरने के बाद भी प्रबंधन की ओर से अब तक कोई पहल नहीं की गई। कोरोना संकट के समय पीएमसीएच में नर्सें अग्रिम योद्धा के रूप में काम कर रही हैं। लेकिन आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को बीमा की कोई सुविधा अभी तक प्रदान नहीं की गई है। किसी भी प्रकार की अनहोनी होने के बाद कर्मियों का पूरा परिवार सड़क पर आ जाएगा। पिछले दिनों स्वास्थ्य मंत्री ने वेतन दोगुना करने का आश्वासन दिया लेकिन इस पर भी अभी तक कोई पहल नहीं शुरू की गई है। नर्सों ने बताया कि आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी बांटने के दौरान भी अनियमितता बरती जा रही है। जो नर्स और कर्मी ड्यूटी कर रहे हैं, उन्हें ड्यूटी के बाद क्वारंटाइन के लिए नहीं भेजा जा रहा है जो गाइडलाइन के विरुद्ध है। 

प्रबंधन के साथ त्रिपक्षीय वार्ता

आउटसोर्सिंग नर्सों के साथ पीएमसीएच प्रबंधन ने त्रिपक्षीय वार्ता की। इसमें नर्सों का प्रतिनिधिमंडल, पीएमसीएच प्रबंधन और एजेंसी के लोग शामिल थे। अधीक्षक डॉ एके चौधरी ने कहा कि स्थानीय स्तर की जो भी मांगे हैं, प्रबंधन ने उसे पहले ही स्वीकार किया है। लेकिन कुछ मांगे राज्य स्तर की है। जैसे आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को नियमित करना, उन्हें अनुबंध पर रखना, वेतन दोगुना करना आदि। इन मांगों के लिए मुख्यालय को पत्राचार भी किया गया है। बाद में समझाने-बुझाने के बाद नर्सों और कर्मचारियों ने काम शुरू किया। 


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