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Ganga Waterway: गंगा में बने पीपा पुल जल परिवहन में बाधक, 16 दिन विलंब से साहिबगंज पहुंचा जहाज

बनारस से कोलकाता के बीच मालवाहक जहाजों का नियमित संचालन शुरू किया गया है। इसके लिए अंतरर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया को दो मालवाहक जहाज उपलब्ध कराया है। संचालन का जिम्मा कॉरपोरेशन का है। 45 दिनों का इसका शिडयूल है।

By MritunjayEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 10:10 AM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 10:10 AM (IST)
Ganga Waterway: गंगा में बने पीपा पुल जल परिवहन में बाधक, 16 दिन विलंब से साहिबगंज पहुंचा जहाज
साहिबगंज में गंगा से गुजरता बनारस से हल्दिया के लिए चला पानी का जहाज ( फोटो जागरण)।

साहिबगंज, जेएनएन। 28 दिसंबर 2020 को बनारस से खुला रवींद्रनाथ टैगोर नामक मालवाहक जहाज करीब 16 दिन विलंब से रविवार देर शाम यहां पहुंचा। रातभर बंदरगाह पर खड़ा रहने के बाद सोमवार की सुबह यह यहां से रवाना हो गया। गुरुवार तक इसके कोलकाता पहुंच जाने की उम्मीद है। जहाज पर यहां कोई सामान नहीं लादा गया। बिहार में कई जगह पीपा पुल का निर्माण करा देने व माल के लादने में विलंब होने की वजह से जहाज कई दिन तक पटना में ही खड़ा रहा। पटना में जहाज पर छपाई में उपयोग होनेवाला करीब सौ टन कार्बन लादा गया। उसे सिमरिया से लादने के लिए पटना लाया गया।

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बनारस से कोलकाता के बीच मालवाहक जहाजों का नियमित संचालन शुरू किया गया है। इसके लिए अंतरर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया को दो मालवाहक जहाज उपलब्ध कराया है। संचालन का जिम्मा कॉरपोरेशन का है। 45 दिनों का इसका शिडयूल है। खुलने के 45 दिन बाद जहाज को पुन: कोलकाता से माल लेकर वापस आ जाना है। हालांकि, यहां से जहाज के कोलकाता पहुंचने में ही करीब 23-24 दिन लग जाने की उम्मीद है। वापसी में धारा के विपरीत होने की वजह से और अधिक समय लगने की आशंका है। 300 टन क्षमता वाले इस इस जहाज में बनारस में करीब 25 टन माल बनारस में लादा गया था। दो जनवरी को ही इसे साहिबगंज पहुंचना था लेकिन 14 जनवरी को यह माल लेकर पटना से खुला। चार दिन में पटना से जहाज साहिबगंज पहुंचा।

कई जगह पीपा पुल बनाने से हुई परेशानी

बिहार में गंगा नदी में करीब चार जगह पर पीपा पुल का निर्माण कराया गया है। इस वजह से जहाज के परिचालन में विलंब हुआ। जहाज के वहां पहुंचने के बाद पीपा पुल को खोला जाता है जिसके बाद वह आगे बढ़ता है। इस वजह से परेशानी हुई। ज्ञात हो कि केंद्र सरकार जल परिवहन को बढ़ावा देने की योजना पर काम कर रही है। इसी क्रम में कोलकाता से बनारस के बीच गंगा नदी को जलमार्ग संख्या एक घोषित किया गया है। बनारस व साहिबगंज में मल्टी मॉडल टर्मिनल का निर्माण कराया गया है। 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां बने टर्मिनल का उद्घाटन किया था। इसके बाद यहां से कभी-कभार जहाज से स्टोन चिप्स बाहर भेजा जाता है।

बनारस से माल लेकर चला रवींद्रनाथ टैगोर नामक मालवाहक जहाज रविवार की शाम साहिबगंज पहुंचा। यहां से वह सोमवार की सुबह रवाना हुआ। तीन-चार दिनों में उसके कोलकाता पहुंच जाने की उम्मीद है। बिहार में कई जगह पर पीपा पुल का निर्माण करा देने से जहाज से संचालन में बाधा आ रही है। पटना में जहाज पर करीब सौ टन कार्बन लादा गया।
-प्रशांत कुमार, उपनिदेशक, अंतरदेर्शीय जल मार्ग प्राधिकरण साहिबगंज


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