Joy Ride: 800 रुपये में कीजिए आसमान की सैर, धनबाद में खुला Paraglider pilot प्रशिक्षण केंद्र
झारखंड सरकार ने रियायती दर पर ट्रेनिंग की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। इस ट्रेनिंग से पायलट बनने की पहली सीढ़ी हासिल हो जाएगी। विमानन उद्योग से जुडऩे का मौका मिल जाएगा।
धनबाद, जेएनएन। पंछी बनू, उड़ता फिरूं मस्त गगन में...। जी हां, आसमान में कलाबाजियां खाने के शौकीन लोगों के लिए खुशखबरी। जल्द ही धनबाद के बरवाअड्डा हवाई अड्डा में छोटा विमान उड़ान भरेगा। इसके लिए पैरा ग्लाइडर उतारा गया है। नागर विमानन विभाग के निदेशक कैप्टेन एसपी सिन्हा ने इसकी शुरुआत की। उन्होंने बताया फिलहाल 35 युवाओं ने अप्लाई किया था जिनकी ट्रेनिंग शुरू होगी। इसके साथ ही आम लोगों के लिए पैरा ग्लाइडर में बैठकर उड़ान भरने की भी सुविधा शुरू होगी। 800 रुपये में धनबाद के आसमान में 10 मिनट की सैर कर सकेंगे।
झारखंड सरकार ने रियायती दर पर ट्रेनिंग की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। इस ट्रेनिंग से पायलट बनने की पहली सीढ़ी हासिल हो जाएगी। विमानन उद्योग से जुडऩे का मौका मिल जाएगा। सोमवार को भूमिपूजन के माैके पर एसएसपी कौशल किशोर, कैप्टन बलवंत, कैप्टन हर्ष निगम, कैप्टन जेपी सिंह मौजूद थे।
6-8 महीने की होगी 20 घंटे की ट्रेनिंगः पैरा ग्लाइडर चलाने की ट्रेनिंग में थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों होंगे। इसमें विशेषज्ञ दोनों ट्रेनिंग करायेंगे। ट्रेनिंग अवधि 20 घंटे की होगी जिसे 6-8 महीने में पूरा किया जाएगा। थ्योरी की कक्षाएं हवाईअड्डा परिसर में बने प्रशिक्षण केंद्र में होगी। पैरा ग्लाइडर उड़ाने की टे्रनिंग भी यहीं दी जाएगी।
ट्रेनिंग के लिए साइंस में 12वीं पास होना जरूरीः पायलट बनने के लिए पैरा ग्लाइडिंग की ट्रेनिंग लेना आवश्यक है। पायलट बनने का यह बेसिक कोर्स है। ट्रेनिंग पाने के लिए अभ्यर्थी का 12वीं में साइंस फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ से पास होना जरूरी है। साथ ही बॉडी फिटनेस भी होना चाहिए। प्रशिक्षण लेने के बाद अभ्यर्थी को सीपीएल का सर्टिफिकेट मिलेगा। इस क्षेत्र में प्रोफेशनल बनना चाहते हैं तो वे सीपीएल के आधार पर किसी भी सरकारी मान्यताप्राप्त फ्लाइंग क्लब में आगे का कोर्स पूरा कर सकते है।
नये आवेदन अभी नहींः अभी जिन लोगों ने पहले आवेदन दिया था, सिर्फ उन लोगों की ट्रेनिंग होगी। पहले बैच के बाद ही नये सिरे से आवेदन लिए जाएंगे।
- न्यूनतम 16 वर्ष तक के अभ्यर्थी ले सकते हैं टे्रनिंग, अधिकतम की उम्र सीमा नहीं
- टू सीटर है ग्लाइडर, एक ट्रेनी और दूसरे में इंस्ट्रक्टर
- मौसम साफ रहने पर ही प्रैक्टिकल यानी ग्लाइडर उड़ा सकेंगे
- ट्रेनिंग के लिए 48, 200 है कोर्स फी
- एससी-एसटी के 50 फीसद और पहाडिय़ा और बिरहोर और पहाडिय़ा जनजाति के लिए निश्शुल्क टे्रनिंग
बोकारो और गिरिडीह में भी खुलेगा ट्रेनिंग सेंटरः रांची दुमका के बाद धनबाद तीसरा सेंटर है जहां पायलट बनने की टे्रनिंग दी जाएगी। भविष्य में गिरिडीह व बोकारो में भी टे्रनिंग सेंटर खुलेंगे। यह जानकारी नागर विमानन विभाग के निदेशक ने दी। उन्होंने कहा कि संसाधन की उपलब्धता के अनुसार, टे्रनिंग सेंटर की शुरुआत होगी।
ग्लाइडिंग क्लब आइआइटी कानपुर में भी साइनस 912 मॉडल से ट्रेनिंगः धनबाद में पैरा ग्लाइडर के साइनस 912 मॉडल को उतारा गया है। साइनस 912 सिंगल इंजन वाला वही मॉडल है जिससे आइआइटी कानपुर ग्लाइडिंग क्लब में टे्रनिंग दी जाती है।
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